रामरतन पवांर/गढवाल ब्यूरो।
चार धाम के मुख्य पड़ाव चिरबटिया मे यात्रियों की सुविधा के लिए शुलभ शौचालय न होने से स्थानीय व्यापारियों ने शासन प्रशासन के खिलाफ किया रोष प्रकट।
बर्षो से चिरबटिया के व्यापारी जिला प्रशासन से लगा रहे है शौचालय बनाने की गुहार, लेकिन जनता की आवाज प्रशासन सुनने को नही तैयार।
जखोली। चार धाम यात्रा अपने चरम सीमा मे है कि हजारो श्रद्धालु विभिन्न प्रांतों से दर्शन के लिए आ रहे हैं जिसमे चारधाम जाने वाले सबसे अधिक यात्री चिरबटिया होकर गुजरते है।
यात्रा की दृष्टि से मुख्य बाजार चिरबटिया को चारधाम यात्रा का मुख्य पड़ाव भी माना जाता है इस स्थान पर रात्रि मे विश्राम करने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु यहां के स्थानीय दुकानदारों ने अपने लाँज बना रखे है, लेकिन आलम यह है कि जिला प्रशासन की ओर से यात्रियों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नही है।
चिरबटिया मे कई सालों से व्यापारियों द्वारा शौचालय की माँग की जा रही है लेकिन जिला प्रशासन द्वारा आज तक यात्रियों की सुविधा के लिए शौचालय का निर्माण नही किया गया जिस कारण से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
यहां के स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि जिला पंचायत हर साल चिरबटिया से हजारो रूपये टैक्स वसूल कर लेके जाता है, तो फिर शौचालय बनवाना जिलापंचायत का प्रथम कर्तव्य बनता था लेकिन जिला पंचायत ने चिरबटिया मे शौचालय बनाना मुनासिब नही समझा।
यात्रियों के लिए व्यापारियों द्वारा शौचालय जाने हेतू एक प्लास्टिक पन्नी वाला तिरेपाल जरूर लगा रखा है, आखिर क्या मैसेज जायेगा कि चिरबटिया मे यात्रियों की सुविधाओं के लिए इस प्रकार प्लास्टिक लगा रखा हैं
वही क्षेत्रपंचायत सदस्य शशी देवी मैहरा, प्रधान दिनेश कैन्तूरा, पूर्व प्रधान प्रेम सिह मैहरा व्यापारी, कलदीप सिह मैहरा, कमल सिह, रुप सिह, सरोप सिह, हरीश सिह आदि ने शासन प्रशासन पर आरोप लगाया है कि सरकार सीमावर्ती गाँवो के लोगों की समस्याओं को सुनने को तैयार नही है, हाँ इतना जरूर है कि चुनाव के समय वोट माँगने के लिए जरूर आ जाते है और चुनाव जीतने के बाद फिर जनता को भूल गए जाते हैं।