रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
देवल गांव अपने ही खेतो मे घास लेने गयी महिला को अचानक दिखा गुलदार, हमला करने ही वाला था कि महिला ने दरान्ती से किया गुलदार पर हमला।
घटना को लेकर ग्राम प्रधान ने वनक्षेत्राधिकारी को इस घटना को लेकर कराया अवगत।
वन विभाग द्वारा लगातार की जा रही अपीलों ओर वन्य जीवों के खतरे किस तरह से बढ़ते हैं। लगातार इस सम्बंध में वन विभाग द्वारा बताया जा रहा है। मुख्य रूप से घरों के आसपास उगी झाड़ियों घरों के चारों ओर झाड़ी साफ रखें और उजाले की उचित व्यवस्था करें। कूड़े की निस्तारण की उचित व्यवस्था करें जिससे कोई भी वन्य जीव घरों के नजदीक न आए। और समय समय पर विभाग द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें।
जखोली- विकासखंड जखोली के नजदीकी गांव देवल मे एक बार फिर से गुलदार के सक्रिय होने की सूचना प्राप्त हुई है। इससे पूर्व गुलदार ने एक महिला को गंभीर रूप से घायल कर दिया था और एक और दूसरी महिला को जान से मार दिया था जिसके चलते देवल गांव सहित पूरे क्षेत्र मे डर का माहौल पैदा हो गया था। भले ही वन विभाग ने इन दो घटनाओं के बाद गांव मे गुलदार को पिंजरे मे पकड़ लिया हो लेकिन आज की ताजा घटना से फिर से एक बार देवल गांव के लोग दहशत मे आ गये।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत देवल की रहने वाली सुनीता देवी पत्नी कुलदीप सिह आज सुबह अपने घर से लगभग 200 मीटर की दूरी पर नजदीकी खेतो घास लेने गयी थी कि अचानक सुनीता देवी का सामना गुलदार से हो गया। गुलदार हमला करने ही वाला था कि सुनीता देवी ने गुलदार के हमलावर होने से पहले दरान्ती से गुलदार पर वार कर दिया, जिसकारण से गुलदार वहां से भाग निकला ओर सुनीता की जान बच गयी, नही तो एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
सुनीता देवी का ये भी कहना है कि दरांती से गुलदार के पूंछ पर लगी हो पैर पर गुलदार को सांमने देखकर मेरी आंखे डर से बंद हो गयी। उन्होंने बताया कि उसके बाद गुलदार ने दरांती से वार होने पर गुलदार ने लम्बी छलांग लगायी और नीचे खेतो की तरफ चला गया। घर वापस आकर उसने सारी कहानी आपने ससुर को बतायी।
वही ग्राम प्रधान शम्भू प्रसाद उनियाल ने कहा कि अभी भी देवल गांव मे गुलदार सक्रिय है और दिन गांव के इर्दगिर्द घुम रहा है,और कभी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है।इस सम्बन्ध मे प्रधान देवल ने वन क्षेत्राधिकारी जाखणी (दक्षिणी)/ रेंज को पत्र देकर इस बावत अवगत करवाया।
क्षेत्र में सवाल उठ रहे थे कि वन विभाग द्वारा जो गुलदार पकड़ा गया क्या वही गुलदार था जिसने इसी गावँ की सीमा में पूर्व में 4 महिलाओं पर हमला किया जिसमें एक महिला को गुलदार द्वारा मौके पर मार दिया था।
लोगों का कहना है कि वन विभाग के द्वारा स्पष्ट नही किया गया कि वही गुलदार था। इस घटना के बाद फिर से लोगों में डर का माहौल बन गया है। अब देखना यह है कि वन विभाग इस घटना के बाद क्या दुबारा गुलदार को पकड़ने की कार्यवाही करता है या नही।
हिमालय की आवाज़ न्यूज पोर्टल मानव वन्य जीव संघर्ष के कारणों पर कई बार चर्चा कर चुका है। घरों के आसपास उगी झाड़ियों ओर जंगल बनते खेतों के चलते जंगली जानवर अपना आशियाना गाँव के नजदीक बना रहे हैं। वन विभाग और जिला प्रशासन रुद्रप्रयाग से अपील करता है कि मयाली, जखोली बाजार में मांस की दुकानों से निकलने वाले मांस के अपशिष्ट को खुले में फेकने वालों पर अवश्य कार्यवाही करें क्योंकि शॉफ़्ट मांस यदि मांसाहारी जानवर को आसानी से मिलने लगेगा तो वह जंगल की खाक क्यो छान मारेगा।