सिंगोली भटवाड़ी कैट प्लान के तहत क्षमता विकास कार्यक्रम का आयोजन।
वन उपज से बने उत्पाद का स्टॉल रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र।
सिंगोली भटवाड़ी क्षेत्र के 72 वन पचांयत सरपच व सदस्यों को दिया गया फारेस्ट फायर एप्प का प्रशिक्षण।
मुख्य व सरक्षक श्री बी0 बी0 गुप्ता वन पंचायत एवं प्रशासन, वनाग्नि नोडल अधिकारी रुद्रप्रयाग व चमोली जनपद द्वारा आज दिनांक 02 अप्रैल 2025 को रुद्रप्रयाग जवाडी बायपास स्थित रुद्रप्रयाग वन प्रभाग कार्यालय में वनाग्नि व क्षमता विकास कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य रुद्रप्रयाग जैसे वनाग्नि हेतु अति संवेदनशील क्षेत्र में आग की घटनायें कम से कम हों पर विचार मंथन उपस्थित सदस्यों के साथ किया। वनाग्नि की घटनाओं को रोकने में जनसहभागिता का होना आवश्यक है। स्थानीय जन सहभागिता के चलते ही वनाग्नि जैसे जटिल समस्या का समाधान सम्भव है। इसके लिए व्यापक स्तर पर जन जन को वनों में आग की घटनाओं के प्रति जागरूकता व वनाग्नि की दशा में सहयोग हेतु प्रेरित करना है पर सभी को कार्य करना है।
इसी क्रम में उत्तराखंड फारेस्ट फायर एप्प का प्रशिंक्षण सिंगोली भटवाड़ी कैट प्लान के 72 गावों के सरपंचो व वन पंचायत सदस्यों को दिया गया तथा जंगली जानवरों व आग की घटनाओं को रोकने में सहायक उपकरणों को वन पंचायतों में वितरित किया गया।
इस मोके पर लस्तर हिलाई फार्मर्स प्रोडूसर कम्पनी लिमिटेड की सीईओ व सदस्यों द्वारा वन उपज से बने उत्पादों की प्रदर्शनी हेतु स्टॉल भी लगाया जिसे मुख्य वन संरक्षक श्री बी0 बी 0 गुप्ता द्वारा सराहा गया. वन उपज से बने उत्पादों के लिए इस तरह के प्रयासों को मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के द्वारा बढ़ावा दिए जाने हेतु भी लगातार कार्य योजना तक सीमित किये जा रहें हैं।
इस अवसर पर उप वन संरक्षक श्रीमती कल्याणी, उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ0 दिवाकर पंत, उप प्रभागीय वनाधिकारी श्री देवेंद्र पुण्डीर, वन क्षेत्राधिकारी उत्तरी जखोली श्री सुरेंद्र सिंह, वन क्षेत्राधिकारी अगस्त्यमुनि श्री हरि शंकर रावत, वन क्षेत्राधिकारी रुद्रप्रयाग श्री संजय कुमार तथा रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के कार्मिक उपस्थित रहे।