विजयपाल सिंह नेगी।
हरदा को बीजेपी में भेजने के लिए उतावले बेचैन हो रहे हवाबाजों की बेचनी हरदा के बयान ने बढाई।
हरदा को मीडिया के एक तबके ओर कुछ राजनैतिक लोगों द्वारा भाजपा में शामिल करवाने की जल्दी ने की हवाबाजों की फजीहत।
आजकल सोशियल मीडिया में एक खबर चली की हरदा हो सकते हैं भाजपा में शामिल इसके लिए कई कारण भी खबरों का आधार बनाने के प्रयोग किये गए पर हरदा ने इस तरह के तमाम कयासों को नकारते हुए स्पष्ट किया है कि वो कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे।
हरदा ने कहा कि मैंने सन् 1969 में कांग्रेस की सदस्यता ली थी, तब से आज तक अविरल भाव से पार्टी ओर पार्टी नेतृत्व के प्रति सदा से समर्पित रहा हूं। मैंने अपने सार्वजनिक जीवन में आलोचना, समालोचना, टिप्पणियां और यहां तक कि चुटीले कटाक्षों का भी सम्मान किया है। यह सब राजनीति में चिरन्तर चलते रहता है। राजनीति की डगर इतनी आसान भी नही है क्योंकि अपनी राजनीति को चमकाने के चक्कर मे कुछ समय से कुछ लोग सुनियोजित तौर पर मेरे विरुद्ध एक झूठ, सफेद झूठ को गढ़ रहे हैं, उसे कपटपूर्ण तरीके से प्रचारित और प्रसारित कर रहे हैं।
मुझे आज अपने कानूनी सहयोगियों को ऐसे लोगों के खिलाफ कानूनी नोटिस देने का निर्देश देना पड़ा है। अब देखना यह है कि क्या सच मे ऐसे नोटिस उन्हें मिलेंगे जिन्होंने हरदा के कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में जाने की तैयारी को अंतिम रूप दे दिया था।