शहीद नारायण सिंह का पार्थिव शरीर पहुँचा पैतृक गांव कोलपुड़ी।
सैन्य सम्मान के साथ हुई अंतिम विदाई।
56 वर्ष बाद मिला शहीद का पार्थिव शरीर, 07 फरवरी 1968 को हुई थी विमान दुर्घटना सभी 102 जवान हुए थे शहीद।
चमोली ज़िले के थराली ब्लॉक स्थित कोलपुड़ी गांव निवासी नारायण सिंह भारतीय सेना के मेडिकल कोर में तैनात थे। 07 फरवरी 1968 को भारतीय वायु सेना के विमान से नारायण सिंह 102 अन्य जवानों के साथ चंडीगड़ से लेह जा रहे थे। इस यात्रा के दौरान रोहतांग दर्रे के पास वायु सेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था ओर विमान में सवार सभी 102 जवान शहीद हो गए थे। जिनकी तलाश के लिए सेना I've लंबे समय तक सर्च ऑपरेशन चला रही थी। वर्ष 2018 में भी एक जवान का पार्थिव शरीर बरामद हुआ था।
अब 56 साल बाद चार और जवानों के पार्थिव शरीर मिले हैं। जिसमें शहीद नारायण सिंह का पार्थिव शरीर बुधवार को हेलीकॉप्टर से गौचर हवाईअड्डे पर लाया गया व गुरुवार को शहीद के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव कोलपुड़ी लाकर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया। जिसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
जनपद चमोली के विकासखंड थराली स्थित कोलपुड़ी गांव निवासी शहीद नारायण सिंह का पार्थिव शरीर आज गुरुवार को उनके पैतृक गांव कोलपुडी पहुंचा।
पैतृक घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद नारायण सिंह को उनके भतीजे जयवीर सिंह व सुजान सिंह ने मुखाग्नि दी। इस दौरान शहीद की अंत्येष्टि में सैकड़ो लोग मौजूद रहें।
इस मौके पर इस दौरान थराली विधायक भूपाल राम टम्टा,उप जिलाधिकारी अबरार अहमद सहित सैकड़ों क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद थे।