रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
देहरादून से तिलवाड़ा आने वाली उतराखंड परिवहन मे तैनात स्टाफ अपनी मनमानी के चलते मयाली मे ही कर देता है वाहन खड़ा।
नही जाते हैं अपने गंतव्य स्थान तिलवाड़ा तक, सड़क बंद हो जाने का बनाते है बहाना, जिससे इनकी मनमानी से बस मे सफर करने वाले यात्री अक्सर रहते हे परेशान।
जखोली-उतराखंड परिवहन द्वारा आम जनमानस को सुविधाए देने के लिए रोड़वेज बसो का निरन्तर संचालन किया जाता है, जिसमे से परिवहन निगम की एक सेवा देहरादून वाया टिहरी, घनसाली होते हुए अपने गंतव्य स्थान तिलवाड़ा तक जाती है।
लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे कि देहरादून से और तिलवाड़ा तक सफर करने वाले यात्रियो का कहना है कि रोडवेज का स्टाफ सवारियों को अपने गंतव्य स्थान पर न ले जाकर तिलवाड़ा से 20 किलोमीटर पीछे यानी मयाली बाजार मे ही खड़ी कर रहे है, सवारियों के एतराज करने पर रोडवेज का स्टाफ एक भी सुनने को तैयार नही है।
आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दे कि आजकल भारी बरीश के चलते तिलवाड़ा मयाली के मध्य भू-स्खलन के चलते स्थान स्यालसू मे सड़क मार्ग का पुस्ता टूटा है ऐसा भी नही है कि इस स्लाईडिंग वाली जगह पर बड़े वाहन न आते जाते हो इसी का बहाना बनाकर रोडवेज के चालक परिचालक बस को आधे अधूरे स्थान पर ही खड़े कर देते है।
जबकि इस मार्ग से जाने वाले यात्री वाहन, माल गाड़ी सहित त्रृषिकेश, देहरादून से डेली आने वाली विश्वनाथ सेवा आवागमन करती है तो फिर रोडवेज की बस क्यों नही जा सकती है, सवारियों का ये भी कहना है कि जिस स्थान पर सड़क मार्ग पर पुस्ता टूट रखा है आग्रह करने पर भी चालक परिचालक वहाँ तक भी सवारियों को नही छोड़ते हैं जबकि तिलवाड़ा वहाँ से मात्र 3 किलोमीटर है, अगर किसी व्यक्ति को अगर अपने घर गुप्तकाशी या पड़ोस के गाँवो तक जाना होगा तो फिर वो मयाली से ही कैसे जा सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवहन निगम की ओर बस में सं UK 07PA-3114 पर कार्यरत स्टाफ चालक राजेश इन्द्रवाल व परिचालक मनोज महर गाड़ी को तिलवाड़ा ले जाने के बजाय बस को जबरदस्ती मयाली मे खड़ी कर देते है आखिर स्टाफ की मनमानी कब तक चलती रहेगी
वही क्षेत्रीय जनता का कहना है कि जो स्टाफ अपनी मनमानी चलाता हो और ऐसे स्टाफ को देहरादून से और तिलवाड़ा आने वाली रोडवेज से हटाकर अन्यंत्र भेज देना ही उचित होगा, इस पर निगम के महाप्रबंधक को इनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए जो परिवहन निगम की छवि को धूमिल कर रहे है।


