रामरतन पवांर
सरकारी बस पर संकट:-टैक्सी चालकों की मनमानी से बंद होने की कगार पर बस सेवा।
दबंगई के आगे बेबस सरकारी बस: टैक्सी चालकों की मनमानी से जखोली रोडवेज सेवा पर संकट।
जखोली: उत्तराखंड परिवहन निगम द्वारा दिल्ली से जखोली तक संचालित की जाने वाली रोडवेज बस सेवा वर्तमान में बंदी के कगार पर है। लगभग पांच माह पूर्व स्थानीय जनता की भारी मांग और भाजपा के प्रदेश सह-मीडिया प्रभारी व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश उनियाल के विशेष प्रयासों से इस सेवा का विस्तार घनसाली से बढ़ाकर जखोली मुख्यालय तक किया गया था। लेकिन वर्तमान में स्थानीय टैक्सी और जीप चालकों के कथित हस्तक्षेप के कारण यह सेवा सुचारू रूप से नहीं चल पा रही है।
निजी वाहन चालकों पर अभद्रता और आर्थिक नुकसान का आरोप
परिवहन निगम के कर्मचारियों और बस चालक-परिचालकों का आरोप है कि जखोली और घनसाली बस स्टेशनों के बीच निजी जीप, सूमो और ट्रेकर चालक रोडवेज बस के आगे-पीछे अपने वाहन दौड़ाते हैं। आरोप है कि ये निजी वाहन चालक रोडवेज बस को सवारियां नहीं लेने देते और बस में बैठी सवारियों को भी उतारने का प्रयास करते हैं। विरोध करने पर ये चालक मारपीट और अभद्रता पर उतारू हो जाते हैं। इस असुरक्षित माहौल और सवारियां न मिलने के कारण निगम को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन निगम के सहायक प्रबंधक ने पुलिस अधीक्षक (SP) टिहरी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि जीप और सूमो चालकों की अभद्रता के कारण निगम बस को जखोली के बजाय केवल घनसाली तक ही चलाने को मजबूर है। विभाग ने पुलिस से मांग की है कि रोडवेज बस को जखोली तक सुरक्षित संचालित करने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि स्थानीय लोगों को दिल्ली आने-जाने में सुलभ परिवहन सेवा मिलती रहे।
सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश उनियाल ने जताया रोष
क्षेत्र के विकास और जनता की सुविधा के लिए इस बस सेवा को शुरू करवाने में अहम भूमिका निभाने वाले कमलेश उनियाल ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने बताया कि इस समस्या के समाधान हेतु उनकी वार्ता पुलिस उपाधीक्षक (DSP) टिहरी से हो चुकी है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जनता की सुविधा से खिलवाड़ करने वाले तत्वों पर लगाम लगाई जाए ताकि शासन की इस महत्वपूर्ण सेवा का लाभ क्षेत्रवासियों को निरंतर मिलता रहे।


