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राजकीय महाविद्यालय मे विज्ञान संकाय न खोले जाने पर जनप्रतिनिधियों ने जतायी भारी नाराजगी। पूर्व मे उच्च शिक्षा मंत्री को सौंपा था ज्ञापन।
देवल के पूर्व प्रधान शंभू प्रसाद उनिलाल ने कहा कि अगर सरकार ने नही मानी मांग तो करेंगे भारी आंदोलन।
जखोली-राजकीय महाविद्यालय जखोली की स्थापना हुए आज 24 साल का समय गुजर चुका है लेकिन कालेज की आज भी कुछ समस्याएं जस की तस बनी हुई है।
महाविद्यालय जखोली मे जनता लम्बे समय से विज्ञान संकाय खोलने की मांग कर रही है, लेकिन सरकार जनप्रतिनिधियों की इस मांग को अनसुनी कर रही है।
पूर्व समय मे भी जनप्रतिनिधियों ने राजकीय महाविद्यालय जखोली मे कालेज मे अध्यनरत छात्र/छात्रओ की सुविधा हेतू विज्ञान संकाय खोले जाने के लिए जनप्रतिनिधियों ने उच्च शिक्षा मंत्री श्री धन सिह रावत को एक संयुक्त सस्ताक्षर वाला ज्ञापन भी सौंपा था। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वर्ष 2001 से यह कालेज कला वर्ग विषयो के साथ संचालित हो रहा है, यह महाविद्यालय सम्पूर्ण विकासखंड जखोली का एक मात्र उच्च शिक्षा का केन्द्र है,वर्तमान मे यहां विज्ञान वर्ग (बीएससी) की कक्षाएं संचालित हो ने के कारण क्षेत्र के बच्चों को पढ़ने के लिए अन्यत्र जाना पड़ता है, जिस कारण आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को विज्ञान वर्ग से पढ़ायी करने से वंचित रहना पड़ता है।
वही देवल के पूर्व प्रधान शंभू प्रसाद उनिलाल ने बताया कि सरकार को महाविद्यालय जखोली मे छात्रों को उचित शिक्षा देने हेतू विज्ञान वर्ग की कक्षाओ का संचालन तो करना है पड़ेगा, अगर सरकार कालेज की उपेक्षा करती है तो क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि छात्र/छात्रों व महाविद्यालय के भविष्य को सवांरन के लिए क्षेत्रीय जनता को साथ लेकर भारी आन्दोलन करने पर मजबूत होंगे।
पूर्व मे दिये ज्ञापन मे पूर्व प्रधान श्रीमत पूजा काला, शम्भू प्रसाद उनिलाल, मखेत की पूर्व प्रधान श्रीमती शशी देवी, जखोली की पूर्व प्रधान लखपति देवी, प्रधान ललूड़ी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य आशीष नेगी आदि के हस्ताक्षर मौजूद हैं।