रामरतन पवार/ जखोली
धनकुराली गावँ में भालू ने एक माह में तीसरी गोशाला तोड़कर गाय को बनाया अपना निवाला।
जखोली मे लगातार भालू का आंतक रात के समय गौशालाओ को तोड़कर कर मवेशियो को बना रहा है अपना निवाला।
15 सितंबर की रात को एक और गौशाला को तोड़ंकर भालू ने एक गाय को मारा जान से और बैल को किया घायल।
विकासखंड जखोली के ग्राम पंचायत धनकुराली मे एक बार फिर भालू ने रात्री के समय गौशाला को तोड़कर एक दूधारु गाय पर हमला कर मार दिया और उसी गौशाला के दूसरे कमरे की छत तोड़कर बैल को घायल कर दिया।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि कल यानी 15 सितंबर की रात्री को भालू ने धनकुराली गाँव मे मकानी देवी पत्नी गब्बर सिह की गौशाला की चदर को उखाड़ कर दूधारु गाय को हमला करके मार दिया व उसी गोशाला के दूसरे कमरे में बंधे बेल को भी छत की चद्दर उखाड़कर घायल कर दिया।
अभी हाल मे ही तीन दिवस पूर्व भालू ने धनकुराली गाँव मे पाँखू देवी पत्नी की दो गायों को गौशाला को तोड़कर दो गायों व श्रीमती अनिता देवी की गोशाला तोड़कर गाय को मारा था।
ग्रामीणों का कहना है की भालू गौशालाओ को तोड़कर मवेशियो को निवाला बना रहा है, जिससे गाँवो मे दहशत का माहौल बना हुआ हैl भालू के द्वारा लगातार अपनी उपस्थिति व हमला करने से ग्रामीणों में भय इतना है कि बच्चे स्कूल जाने से भी कतरा रहे है।
धनकुराली के प्रधान श्री नरेन्द्र सिह राणा व पूर्व प्रधान धूम सिह राणा ने कहा कि लगातार इस तरह की घटनाओ को लेकर पूरे क्षेत्र मे दहशत का माहौल बन गया है। लोग घरों से बाहर निकलने मे भी अब डरने लगे जनप्रतिनिधियो का कहना है कि रात के समय वन विभाग की टीम ग्रामीणों को साथ मे लेकर गश्त तो लगा रही है लेकिन भालू कब आ रहा है पता नही चल पा रहा है। ग्राम प्रधान श्री नरेन्द्र सिंह ने कहा कि वन विभाग को इस भालू के शूट आउट के आदेश देने होंगे अन्यथा ग्रामीण उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
वन क्षेत्राधिकारी दक्षिणी जखोली हरीश थपलियाल ने बताया कि भालू प्रभावित गावों में वन कर्मियों द्वारा लगातार रात्रि गस्त की जा रही है व स्थानीयों को जानवरों के हमले से कैसे बचा जाए के लिए क्या सावधानियां रखनी है के बारे में जन जागरूकता हेतु गावों मे बैठक की जा रही हैं।



