28 दिन से पेयजल की समस्या से जूझ रहे है कोठियाड़ा व पोंणजोली के ग्रामीण।
जल जीवन मिशन के पोंणगाड़ स्रोत को बहाकर ले गयी आपदा।
वही बिना पेयजल लाइन के जल संस्थान वसूल रहा पानी का बिल।
जल जीवन मिशन योजना में नव निर्मित पेयजल लाइन का स्रोत 27 जून 2025 की रात को हुई भारी बरसात के चलते पोंणगाड गदेरे में बादल फटने के चलते क्षतिग्रस्त हो गयी थी। इस योजना में कोठियाड़ा- पोणजोली के लगभग 180 परिवारों को लाभान्वित किया गया था जिसपर दैवीय आपदा के चलते क्षेत्र में पेयजल का संकट पैदा हो गया है।
ग्राम वासियों का कहना है कि प्राकृतिक स्रोत के घरों से बहुत दूर होने व पानी की हर घर मे खपत अधिक होने के चलते सबसे अधिक समस्या पानी की ही हो रही है।
इस सम्बंध में ग्रामीणों का कहना है कि हमने आपदा कंट्रोल रूम में शिकायत भी दर्ज। करवाई पर अभीतक कोई कार्यवाही ऐसे नही हुई कि जिससे पेयजल की समस्या का मुख्य कारण स्रोत पर ट्रीटमेंट कार्य करके स्रोत जो खाई में तब्दील हो गया को लेबल में लाकर पेयजल को सुधारा जा सके पर कार्य नही किया जा रहा है
इस सम्बंध में अधिशासी अभियंता जल निगम रुद्रप्रयाग से वार्ता करने पर उनके द्वारा बताया गया कोठियाड़ा-पोंणजोली पेयजल लाइन पर आपदा के चलते हुई समस्या के समाधान हेतु पेयजल लाइन पर पेयजल आपूर्ति को बहाल करने हेतु ठेकेदार के द्वारा कार्य किया जा रहा है।
वही ग्रामीणों का आरोप है जल संस्थान द्वारा पेयजल के बिल वसूली की जा रही है पर जल संस्थान की पेयजल लाइन पर कनेक्शन ही नही हैं क्योंकि जल जीवन मिशन की लाइन पर कनेक्शन दिए गए हैं।
सबसे बड़ी हास्यास्पद बात यह है कि जल संस्थान की लाइन न स्रोत से जुड़ी है और न जल संस्थान के पेयजल आपूर्ति के टैंक में कही से पानी आ रहा।
जब जल संस्थान की पेयजल लाइन से सारे कनेक्शन हट चुके हैं तो बिल क्यों।
ग्रामीणों का आरोप है कि यदि जल संस्थान की लाइन के कनेक्शन को बिना सूचना दिए हटाया गया तो जल संस्थान कार्यवाही करे यदि जल संस्थान को सूचना देकर कनेक्शन को जल जीवन मिशन की लाइन से जोड़ा गया हो तो जल संस्थान जल निगम की पेयजल लाइन की जल आपूर्ति के बिल क्यो वसूल रहा।
सबसे बड़ी बात यह है कि हर घर नल हर घर जल योजना की इस पेयजल आपूर्ति की लाइन का आरक्षित वन के बीच बिछाने की कागजी कार्यवाही ही पूरी नही हुई है तो योजना का हस्तांतरण कैसे होगा।