रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
पीएमजीएसवाई के तहत अमकोटी त्यूंखर मोटर मार्ग पर करोड़ो रु की लागत से चलने वाला आफग्रेडशन के कार्य मे बरती जा रही है भारी अनिमिततायें।
डामरीकरण से पूर्व बिछने वाले गिट्टी के लिए ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है घटिया व सड़े पत्थरो का इस्तेमाल।
जखोली- विकासखंड जखोली के अन्तर्गत अमकोटी त्यूंखर मोटर मार्ग वर्तमान समय मे अपग्रेडेशन का कार्य प्रगति पर है ।सड़क मार्ग पर कार्य माह दिसम्बर मे प्रारम्भ किया गया गया था, मोटर पर आर्य कन्ट्रक्शन कम्पनी जैन नगर खतौली मुज्जफरनगर (उत्तरप्रदेश) के नाम से टेन्डर हो रखा है और कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई सिंचाई खंड लोनिवि जखोली है।
ज्ञात हो कि अमकोटी -त्यूंखर मोटर मार्ग पर प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अन्तर्गत कार्य चल रहा है, लेकिन आलम यह है कि मोटर मार्ग पर डामरीकरण के दौरान प्रयोग मे लायी जानी वाली सामग्री जैसे (गिट्टी) जिसको कि प्रथम मे यानी डामरीकरण से पहले बिछाया जाता है उनके लिए सड़क मार्ग पर काम करवा रहे ठेकेदार के द्वारा सड़े हुए पत्थरो को निकलवा कर मजदूरों से तुड़वाने का काम कर रहे हैं जो कि सरासर मानको के विरुद्ध है। क्या इन सड़े हुए पत्थरो को तोड़कर मोटर मार्ग मे बिछाया जाना पीएमजीएसवाई की गाइडलाइन मे लिखा हुआ है।
मोटर मार्ग पर अपग्रेडेशन के दौरान 877,43 लाख रुपए की धनराशि खर्च की जानी है , इतनी भरकम राशी खर्च करने करने के बावजूद भी अगर घटिया सामग्री का इस्तेमाल मोटर मार्ग पर किया जा रहा है तो इससे बड़ी विडम्बना और क्या हो सकती है। यही ही नही सड़क पर लगाये जाने वाले पुस्तो, सुरक्षा दिवालो पर भी घटिया पत्थरो का इस्तेमाल किया जा रहा हैं। सवाल यह भी है कि मोटर मार्ग का निरीक्षण करने विभागीय अवर अभियंता, सहायक अभियंता समय पर आ रहे है, क्या उनको यह सब कुछ दिखाई नही दे रहा है। इस प्रकार से सड़े हुए पत्थरो का प्रयोग किया जाना सड़क अपग्रेडेशन पर मानको की अनदेखी करना है।
कुल मिलाकर निर्धारित मानको के अनुसार सड़क के निर्माण या अपग्रेडेशन पर लापरवाही बरती जा रही है। अगर शुरुआती दौर मे सड़क की गुणवता, सुरक्षा और टिकाऊपन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। मोटर मार्ग पर इस प्रकार से घटिया पत्थरो का इस्तेमाल किया जाना एक तरह से विभाग व ठेकेदार पर सवालिया निशान उठने लाजमी हैं।