गुलदार का आतंक: एक के बाद एक गांव की चार महिलाओं पर किया हमला, दहशत के साये में लोग।
मानव वन्यजीव संघर्ष की लगातार बढ़ रही घटनाओं पर सिर्फ लीपापोती तक कार्यवाही।
एक ही दिन में एक गावँ में चार महिलाओं पर गुलदार द्वारा हमला किया जाना बेखोफ होते जंगली जानवर बन रहे परेशानी का सबब।
कुमाऊं क्षेत्र के जनपद पिथौरागढ़ में गुलदार ने खती गांव में 4 महिलाओं को घायल करने की घटना सामने आई है। एक ही दिन में चार महिलाओं पर प्राणघातक हमला होने से क्षेत्र में भय का माहौल बन गया है। गुलदार की दहशत से लोग सहमे हुए है। चारों घायल महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुलदार के ताबड़तोड़ हमले से पूरा गांव डर के साए में है। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी गांव पहुंची।
प्राप्त सूचना के अनुसार खती गांव निवासी इंदु देवी सुबह 4:00 शौच के लिए गई थी घर लौट समय घात लगाए गुलदार ने उन पर अचानक हमला कर दिया और उनके बाएं पैर को अपने जबड़े से जकड़ लिया। गुलदार के अचानक हमले के चलते इंदु देवी ने शोर मचाना शुरू कर दिया। महिला के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग गया।
इस घटना के एक घंटे बाद प्रातः 5:00 बजे इसी गांव की पदमा देवी चाय बनाने के लिए अपने घर के भूतल में स्थित रसोई में आई थी इसी दौरान गुलदार ने रसोई में घुसकर उन्हें भी घायल कर दिया। लेकिन रसोई में बर्तन गिरने से सकपकाया गुलदार रसोई पदमा देवी को छोड़कर रसोई से बाहर निकल गया।
कुछ ही समयान्तराल पर गुलदार फिर गांव लौटा और आंगन में बैठकर चाय पी रही मीना देवी और इसके बाद कस्तूरी देवी को घायल कर दिया। 4:00 से 6:00 के बीच गुलदार ने गांव की चार महिलाओं को घायल कर दिया।
गुलदार के 2 घण्टे के समयान्तराल में 4 महिलाओं को घायल करने से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। घायल महिलाओं को अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती करवाया गया है।
गुलदार के हमले की सूचना मिलने पर वन क्षेत्राधिकारी पूरन सिंह देऊपा के नेतृत्व में वन विभाग की 15 सदस्यीय टीम खती गांव पहुंच कर टीम द्वारा लगातार गश्त कर रही है। वन क्षेत्राधिकारी ने ग्रामीणों से वार्ता की और उनसे सतर्कता बनाए रखने को कहा।