तेज रफ्तार बनी अगस्त्यमुनि सड़क हादसे में मासूम की मौत
लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से कोई सबक न लेना, व्यस्त बाजार में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाकर यमराज बनने की प्रतिज्ञा लिए ऐसे स्टंटबाजों के कारण भय का माहौल।
पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा चलाये गए सड़क सुरक्षा पखवाड़े की धज्जियां उड़ाते कई युवा सड़कों पर करतब बाजी करते हुए उड़ा रहें हैं जिन्हे दूसरे की न सही अपनी मौत का डर भी नहीं होता। क्या हमारा समाज इतना आत्ममुग्ध हो गया की छोडो जाने दो की बात कहकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रहा है।
अगस्त्यमुनि नगर क्षेत्र के बनियाड़ी वॉर्ड के देवनगर में एक 9 वर्षीय बच्चे की सड़क हादसे में मौत हो गई। बनियाड़ी में किसी सत्संग सभा में शामिल होने के बाद दुकान से सामान लेने के लिए सड़क पार कर रहे बच्चे को अगस्त्यमुनि की ओर से हाईस्पीड में आ रही अपाचे बाइक ने उसे जोरदार मार दी।
अगस्त्यमुनि थानाध्यक्ष सदानंद पोखरियाल ने बताया रविवार दोपहर करीब ढाई बजे देवनगर में मोटरसाइकिल सवार के द्वारा दुर्घटना की सूचना मिली। स्थानीय लोगों के सहयोग से रायड़ी निवासी 9 वर्षीय दक्ष राज पुत्र देवराज को अगस्त्यमुनि अस्पताल लाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रुद्रप्रयाग ले जाया गया। परिजनों की तहरीर पर मोटरसाइकिल UK07 DC 0390 चालक के खिलाफ अगस्त्यमुनि थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सभी वाहन चालकों से अनुरोध है की अपने आपकी तेज रफ्तार किसी भी दुर्घटना का कारण बन सकती है। हम हर दिन वाहन दुर्घटना की खबरे पढ़ रहें हैं औसतन देखा जाए तो 90 से 99 फीसदी सड़क दुर्घटनाएं मानव जनित हैं जिसमें वाहन चालक सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। किसी का चूल्हा न बुझे इस बात ध्यान सभी वाहन चालकों को रखना होगा। पुलिस प्रशासन नाबालिक और तेज रफ्तार पर रोक कैसे लग सकती है पर कारवाही अवश्य करे और नाबालिक बच्चों और तेज रप्तार से गाडी चलाने वालों पर ध्यान से काम करना होगा।