रामरतन सिह पवांर/गढ़वाल ब्यूरो....
अति0 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बैनोली मे कार्यरत फारमेसिस्ट को अन्यन्त्र स्थान्तरण करने हेतू ग्रामीणों ने मुख्य चिकित्साधिकारी को सौंपा ज्ञापन।
फारमेसिस्ट के दुर्व्यवहार के चलते अस्पताल मे नही टिकते है चिकित्सक व अन्य कर्मचारी। ग्रामीणों ने की तालाबंदी।
विकासखंड जखोली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बैनौली मे स्थित अति प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे कार्यरत फारमेसिस्ट का व्यवहार से असन्तुष्ट होकर बैनोली, रिगेड़, श्रीकोट व सतनीखील के ग्रामीणों ने 20जून को एक दिवसीय सांकेतिक आन्दोलन के जरिये धरना दिया। ग्रामीणों का आरोप है अस्पताल मे तैनात फारमेसिस्ट का व्यवहार स्थानीय मरीजों व अस्पताल मे कार्यरत कर्मचारियों के प्रति ठीक नही है।
जब भी कोई मरीज अस्पताल मे दवाई लेने व अपना स्वास्थ्य परीक्षण के लिए जाते है तो उन मरीजों के साथ इस फारमेसिस्ट का लड़ाई-झगड़ा करना इसकी एक परम्परा सी बन गई है जिस वजह से बैनौली के अति प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे कोई भी मरीज अपने स्वास्थ्य परीक्षण हेतु जाने को तैयार नही है।
इस फारमेसिस्ट के इस व्यवहार के चलते कोई भी चिकित्सक, एनम, वार्ड ब्वाय आदि अस्पताल मे नही टिक पाते है। इससे पूर्व भी जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल मे तैनात फारमेसिस्ट को अन्यत्र स्थानांतरित किये जाने के लिए क्षेत्रीय विधायक सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई, और इसी परिपेक्ष्य मे ग्रामीणों ने पुनः फारमेसिस्ट के स्थान्तरण को लेकर मुखय चिकित्साधिकारी, रूद्रप्रयाग को ज्ञापन सौंपा साथ ही ज्ञापन की एक एक कापी जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग, उपजिलाधिकारी जखोली तथा तहसीलदार जखोली को भी प्रेषित की गई।
अधिकारियों को दिये ज्ञापन मे बैनोली की ग्राम प्रधान श्रीमती विनीता देबी सहि ग्रामीणों ने कहा है कि यदि यथाशीध्र फारमेसिस्ट का तबादला अन्यत्र नही करवाया गया तो मजबूरन क्षेत्रीय जनता को उग्र आन्दोलन करने मे बाध्य होना पड़ेगा।
ज्ञापन मे ग्राम प्रधान विनीता देबी, दिनेश्वरी देबी, सन्तोषी देबी, लखणा देबी, शिब प्रसाद नौटियाल, राधाकृष्ण पुरोहित, भगवती प्रसाद दिलबर सिह, शिवा देबी सहित 48 लोगो के हस्ताक्षर मौजूद हैं।
देखिये राजेश भट्ट की विशेष रिपोर्ट-