रुद्रप्रयाग प्रशासन की अनूठी पहल: गुलदार-भालू के आतंक से जूझ रहे जखोली के छात्रों को मिली निःशुल्क वाहन सुविधा।
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड के सीमांत गांवों में गुलदार (तेंदुआ) और भालू के लगातार बढ़ते हमलों तथा खौफ के बीच, रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने जखोली क्षेत्र के स्कूली छात्रों के लिए एक सराहनीय और अनूठी पहल की है। जंगली जानवरों के डर के कारण बच्चों के स्कूल छोड़ने या अभिभावकों द्वारा उन्हें विद्यालय न भेजने की समस्या को देखते हुए, जिला प्रशासन ने अब विभिन्न गांवों से विद्यालय आने-जाने वाले छात्र-छात्राओं के लिए निःशुल्क वाहन व्यवस्था शुरू की है।
यह सुविधा जखोली विकासखंड के गोर्ती, बुढना और पालकुराली जैसे क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए तत्काल प्रभाव से लागू की गई है। मुख्य शिक्षा अधिकारी, रुद्रप्रयाग द्वारा जारी लिखित आदेश के माध्यम से प्रधानाचार्यों/प्रधानाध्यापकों को इन वाहनों का संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और अभिभावकों के अनुरोध पर सुरक्षा की दृष्टि से उठाए गए इस कदम का पूरा भुगतान जिला प्रशासन द्वारा वहन किया जाएगा, जिससे यह व्यवस्था बच्चों के लिए पूरी तरह से निःशुल्क रहेगी। प्रशासन की यह पहल न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि शिक्षा के अधिकार को भी वन्यजीवों के आतंक से सुरक्षित रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अभी कुछ स्कूल और है जिनमे राजकीय इंटर कॉलेज जयंती कोठियाड़ा जिसमे बच्चे 05 किलोमीटर दूर भणगा, कुनियाली से छात्र पढ़ने आते है और इस क्षेत्र में लगातार गुलदार की उपस्थिति बनी हुई है।
वही राजकीय इंटर कॉलेज मयाली में भी बच्चे लौंगा से आते है जो बीहड़ जंगल से होकर आते है और इस क्षेत्र में भालू की गतिविधियां 3 दिन पहले देखी गयी और गुलदार के लिए यह क्षेत्र प्रसिद्ध है।
इन स्कूलों को भी वाहन सुविधा से जोड़ना आवश्यक है।


