मनरेगा का नाम बदलने के विरोध में ब्लॉक कांग्रेस जखोली का प्रदर्शन, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन।
जखोली (रुद्रप्रयाग): केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदलने के प्रस्ताव के विरोध में आज ब्लॉक कांग्रेस कमेटी जखोली ने तहसील मुख्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार पर ऐतिहासिक योजनाओं के स्वरूप को बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए उपजिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया।
कांग्रेस के कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष महावीर सिंह पंवार के नेतृत्व में आयोजित इस प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्टी का कहना है कि मनरेगा केवल एक योजना नहीं, बल्कि गरीब मजदूरों और ग्रामीण जनता के अधिकारों से जुड़ी एक ऐतिहासिक पहल है।
ज्ञापन में मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं को उठाया गया:
- जनभावनाओं का अपमान: मनरेगा का नाम बदलना सीधे तौर पर देश की ग्रामीण जनता और मजदूरों की भावनाओं को ठेस पहुँचाना है।
- योजना को कमजोर करने का आरोप: कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार महात्मा गांधी के नाम को मिटाने और इस योजना को धीरे-धीरे कमजोर करने की साजिश रच रही है।
- आंदोलन की चेतावनी: वक्ताओं ने कहा कि पूरे देश में 'मनरेगा बचाओ आंदोलन' चल रहा है और यदि नाम पूर्ववत नहीं रखा गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
तहसील प्रांगण में धरने के पश्चात कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी जखोली को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से अपील की गई है कि वे इस मामले का संज्ञान लें और केंद्र सरकार को निर्देशित करें कि योजना का नाम पूर्व की भांति 'मनरेगा' ही रहने दिया जाए ताकि मजदूरों के संवैधानिक अधिकार सुरक्षित रहें।
विरोध प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से ब्लॉक अध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, हयात सिंह राणा, भगत सिंह पुंडीर, नरेंद्र सिंह चौहान, धूम सिंह रावत, अंकुर रावत, सत्ये सिंह सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।


