गहरी खाई में गिरने से 34 वर्षीय भूपेंद्र सिंह नेगी की दर्दनाक मौत।
जखोली (रामरतन पवांर): जनपद रुद्रप्रयाग के जखोली तहसील क्षेत्र से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। यहाँ मयाली निवासी एक युवक की चट्टान से पैर फिसलने के कारण गहरी खाई में गिरने से मौत हो गई। इस घटना के बाद से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत मयाली निवासी 34 वर्षीय भूपेंद्र सिंह नेगी पुत्र पुष्कर सिंह, बीते दिनों जखोली स्थित नागराजा सौड़ में आयोजित नागराजा डोली के जागरण में शामिल होने गया था। 22 दिसंबर को दोपहर लगभग 2 बजे जब नागराजा की डोली वापस मयाली के लिए प्रस्थान कर रही थी, तब भूपेंद्र डोली के साथ न आकर बरसीर वाले रास्ते से अकेले ही घर के लिए निकल पड़ा।
बताया जा रहा है कि रास्ते में अचानक पैर फिसलने के कारण भूपेंद्र अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरा। चट्टानों से टकराने के कारण मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई। जब वह शाम तक घर नहीं पहुँचा, तो परिजनों ने मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की। फोन की घंटी बजने के बावजूद कोई जवाब न मिलने पर परिजनों और ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू की।
मृतक के छोटे भाई सुभाष सिंह नेगी ने जखोली पुलिस चौकी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। खोजबीन के दौरान 23 दिसंबर (मंगलवार) को भूपेंद्र का शव गहरी खाई में बरामद हुआ। परिजनों के अनुसार, ऊंचाई से गिरने के कारण युवक का चेहरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर शव का पंचनामा भरा और जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया।
इस असामयिक मृत्यु पर उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सुरेंद्र प्रसाद सकलानी, डॉक्टर गोपाल काला, मयाली प्रधान हरीश पुण्डीर, पूर्व प्रधान त्रिलोक सिंह रोतेला, नरोत्तम नेगी, मयंक काला, गिरीश नेगी और पवन काला सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को सांत्वना दी है।


