मयाली-घनसाली मोटरमार्ग पर 'जानलेवा' गड्ढा

गड्ढा मुक्त सड़क की घोषणा,
खबर शेयर करें:

लोक निर्माण विभाग की घोर लापरवाही: मयाली-घनसाली मोटरमार्ग पर 'जानलेवा' गड्ढा।

रुद्रप्रयाग जिले में लोक निर्माण विभाग (PWD) की गंभीर लापरवाही के कारण मयाली-घनसाली मोटरमार्ग पर यात्रियों की जान लगातार जोखिम में बनी हुई है। मयाली बाजार से केवल 3 किलोमीटर आगे, ग़ैरगढ नामक स्थान पर, सड़क के ठीक बीचों-बीच एक विशाल और जानलेवा गड्ढा किसी भी समय बड़े हादसे को न्योता दे रहा है। सड़क का 'स्कवर' टूटने के कारण यह गड्ढा इतना गहरा हो चुका है कि रात के समय या बारिश में पानी भरने पर इसकी भयावहता का अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता है। यह मोटरमार्ग टिहरी और रुद्रप्रयाग जैसे दो महत्वपूर्ण जनपदों को जोड़ता है और इस पर यातायात का भारी दबाव रहता है।

अनदेखी पर उठे गंभीर सवाल

सबसे बड़ी विडंबना यह है कि विभाग द्वारा वर्तमान में इसी मार्ग पर डामरीकरण का कार्य करवाया जा रहा है, इसके बावजूद इस खतरनाक गड्ढे की जानबूझकर अनदेखी की गई है। स्थानीय जनता सवाल उठा रही है कि डामरीकरण के दौरान साइट इंचार्ज या सहायक अभियंता की उपस्थिति अनिवार्य रही होगी, फिर भी इस जानलेवा गड्ढे की मरम्मत क्यों नहीं की गई? क्या डामरीकरण से पहले सड़कों के टूटे और क्षतिग्रस्त हिस्सों को दुरुस्त करना कार्य की गुणवत्ता का हिस्सा नहीं है? जिले के कई वरिष्ठ अधिकारियों का भी इस मुख्य मार्ग से रोज़ाना आवागमन होता है, फिर भी लोक निर्माण विभाग, रुद्रप्रयाग अपनी जिम्मेदारी से आँखें बंद किए हुए है।

निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्नचिह्न

जनता का आक्रोश केवल ग़ैरगढ के गड्ढे तक सीमित नहीं है, बल्कि विभाग द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। चिरबटिया बाजार से पहले तीन माह पूर्व क्षतिग्रस्त हुए एक 'स्कवर' पर विभाग ने मात्र खानापूर्ति के लिए मिट्टी भरकर छोड़ दिया, जिससे पानी की सही निकासी नहीं हो रही है और सड़क पर गड्ढे व सिल्ट जमा हो रहे हैं। इससे भी गंभीर मामला चिरबिटिया से तिलवाड़ा मोटरमार्ग का है, जहां एक सप्ताह पूर्व हुए डामरीकरण का कार्य उखड़ने लगा है और नए गड्ढे बन गए हैं। इसके अतिरिक्त, विभाग के 'बेलदारों' को हटाए जाने के बाद से सड़कें झाड़ियों से पटी हुई हैं और जल निकास नालियाँ नदारद हैं, जो सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण बन रहा है।

जनता में भारी आक्रोश और तत्काल कार्रवाई की मांग

विभाग की इस निष्क्रियता और घोर लापरवाही पर स्थानीय प्रतिनिधि जैसे हरीश पुण्डीर (पूर्व ग्राम प्रधान मयाली), श्रीमती कमला देवी (पूर्व ग्राम प्रधान पालाकुराली), रामरतन सिंह पंवार, गंभीर सिंह पंवार आदि में भारी आक्रोश है। उन्होंने तत्काल इस जानलेवा गड्ढे की मरम्मत करने और इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने की स्पष्ट मांग की है, ताकि भविष्य में कोई बड़ी दुर्घटना न हो। जनता का कहना है कि एक तरफ सरकार बेहतर सड़क कनेक्टिविटी का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर विभाग की यह अनदेखी किसी की भी जान जोखिम में डाल सकती है।


खबर पर प्रतिक्रिया दें 👇
खबर शेयर करें:

हमारे व्हाट्सएप्प ग्रुप से जुड़ें-

WhatsApp पर हमें खबरें भेजने व हमारी सभी खबरों को पढ़ने के लिए यहां लिंक पर क्लिक करें -

यहां क्लिक करें----->