चमोली में 'ईगास बग्वाल' का दिव्य उल्लास।
डीएम और एसपी ने थामी 'भैलू' की कमान, पहाड़ी संस्कृति का जोश दिखा
गोपेश्वर: देवभूमि उत्तराखंड का लोक पर्व 'ईगास बग्वाल' चमोली जिले में इस बार एक अभूतपूर्व और यादगार तरीके से मनाया गया। जिला प्रशासन चमोली द्वारा पुलिस मैदान गोपेश्वर में आयोजित इस भव्य समारोह ने हमारी समृद्ध पहाड़ी संस्कृति और लोक परंपराओं को पुनर्जीवित करने का सफल प्रयास किया। इस जश्न में प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर आम जनता तक, सभी ने बढ़-चढ़कर उत्साह से हिस्सा लिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां
सांस्कृतिक संध्या का श्रीगणेश गोपीनाथ संगीतशाला के कलाकारों ने 'इगास गीत' और पारंपरिक 'झुमैलो नृत्य' की मनमोहक प्रस्तुति से किया। इसके बाद, राजराजेश्वरी सहायता समूह, बालेश्वर स्वयं सहायता समूह और गोपीनाथ स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने एक से बढ़कर एक लोकगीतों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुतियां दीं। इस दौरान, भोटिया जनजाति की महिलाओं ने अपनी स्थानीय और आकर्षक वेशभूषा में प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में एक अलग ही रौनक ला दी।
डीएम-एसपी ने खेला 'भैलू', जनता में भरा नया जोश
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बाद, पर्व के सबसे रोमांचक और ऊर्जा से भरे अंग, 'भैलू' का आयोजन किया गया। यह पारंपरिक लोक-उल्लास इस बार खास रहा क्योंकि जिले के दोनों शीर्ष अधिकारी – जिलाधिकारी गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पँवार – स्वयं इसमें शामिल हुए।
दोनों अधिकारियों ने न केवल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि जनता के साथ मिलकर पूरे जोश के साथ 'भैलू' खेला। प्रशासनिक मुखियाओं की इस सीधी जन-सहभागिता ने स्थानीय जनता में एक असाधारण उत्साह भर दिया और पर्व की गरिमा को बढ़ा दिया।
एसपी ने बताया 'सामूहिक चेतना की पहचान'
इस अवसर पर, पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पँवार ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, "ईगास बग्वाल केवल एक त्यौहार नहीं है, यह हमारी सामूहिक चेतना और पहाड़ी संस्कृति की जीवंत पहचान है।" उन्होंने आगे कहा कि "हमने सिर्फ पर्व नहीं मनाया, बल्कि अपनी परंपराओं को पुनर्जीवित किया है। जिलाधिकारी महोदय से लेकर हर नागरिक ने भैलू में जिस जोश से हिस्सा लिया, वह दिखाता है कि हमारी संस्कृति की जड़ें कितनी मजबूत हैं।"
इस सफल आयोजन में परियोजना निदेशक आनंद सिंह भाकुनी, जिला विकास अधिकारी केके पंत, उपजिलाधिकारी राजकुमार पांडे, पुलिस उपाधीक्षक मदन सिंह बिष्ट, मुख्य अग्निशमन अधिकारी गिरीश बिष्ट, अधिशासी अधिकारी मानवेंद्र सिंह, जिला प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी धीरेंद्रनाथ द्विवेदी समेत कई अन्य अधिकारी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।



