आपदा के दो माह बाद मलबे के ढेर से दो शव बरामद, 7 लोगों की तलाश अभी भी जारी

छेनागाड़ त्रासदी 9 व्यक्ति 2 माह से लापता,
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 छेनागाड़ त्रासदी: आपदा के दो माह बाद मलबे के ढेर से दो शव बरामद, 7 लोगों की तलाश अभी भी जारी।

एक मृतक की 24 वर्षीय कुलदीप सिंह के रूप में हुई शिनाख्त, दूसरा शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला।

PWD के द्वारा खुदाई अभियान के दौरान मिली सफलता, मौसम साफ होने से सर्च ऑपरेशन में आई थी तेजी।

रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले स्थित बसुकेदार क्षेत्र के छेनागाड़ में घटी विनाशकारी आपदा के लगभग दो महीने बीत जाने के बाद, राहत एवं बचाव कार्य में लगी टीमों को आंशिक सफलता हाथ लगी है। शुक्रवार को मलबे की खुदाई के दौरान दो लोगों के शव बरामद किए गए हैं। यह दर्दनाक हादसा बीती 28 अगस्त को हुआ था, जब भीषण आपदा ने पूरे छेनागाड़ बाजार को नेस्तनाबूद कर दिया था। इस त्रासदी में कुल 9 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से 7 की खोज अभी भी जारी है।

PWD के द्वारा की जा रही खुदाई में मलबे से निकले शव-

जिला प्रशासन के निर्देशों पर लोक निर्माण विभाग (PWD), ऊखीमठ की टीम पिछले दो महीनों से लगातार छेनागाड़ में मलबा हटाने और लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान चला रही थी। हाल के दिनों में मौसम के बेहतर होने के कारण इस काम में तेजी लाई गई थी।

शुक्रवार को, जब PWD की मशीनरी और कर्मचारी मलबे के विशाल ढेर को हटा रहे थे, तब उन्हें एक बड़े पत्थर के नीचे कुछ दबे होने का अंदेशा हुआ। संदेह के आधार पर, पत्थर को सावधानीपूर्वक तोड़ने का काम शुरू किया गया। पत्थर हटते ही मलबे में दबे दो शव बरामद हुए, जिससे मौके पर मौजूद लोगों में गम का माहौल व्याप्त हो गया।

एक की हुई पहचान, दूसरा शव क्षत-विक्षत

घटना की सूचना तत्काल आपदा प्रबंधन, पुलिस और स्थानीय प्रशासन के उच्चाधिकारियों को दी गई, जिसके बाद सभी संबंधित टीमें मौके पर पहुँच गईं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, नंदन सिंह रजवार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बरामद शवों में से एक की पहचान कर ली गई है।

मृतक की शिनाख्त 24 वर्षीय कुलदीप सिंह, पुत्र श्री बीरबल सिंह, निवासी ग्राम उछोला भोर, के रूप में हुई है। हालांकि, दूसरा बरामद शव क्षत-विक्षत अवस्था में है; अधिकारियों के अनुसार, केवल एक पैर ही बरामद हो पाया है, जिससे उसकी शिनाख्त करना फिलहाल मुश्किल हो रहा है।

और शव मिलने की आशंका, अभियान जारी

अधिकारियों ने आशंका जताई है कि जिस स्थान पर ये शव मिले हैं, वहाँ मलबे के नीचे और भी शव दबे हो सकते हैं। इसे देखते हुए खोज एवं बचाव अभियान को और तेज कर दिया गया है।

गौरतलब है कि अगस्त माह में बसुकेदार क्षेत्र में बादल फटने की भयावह घटना के कारण आई बाढ़ और मलबे ने छेनागाड़ बाजार का अस्तित्व ही समाप्त कर दिया था। इस जल प्रलय ने बाजार को मलबे के एक विशाल ढेर में तब्दील कर दिया था, जिसमें कई लोग जिंदा दफन हो गए थे। दो माह बाद इन शवों के मिलने से पीड़ितों के परिवारों की दुखद यादें एक बार फिर ताजा हो गई हैं।

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