केंद्रीय विद्यालय भवन निर्माण की मांग: 14 साल के इंतजार से उपजा आक्रोश, उक्रांद का आंदोलन जारी।
भूमिपूजन तक धरना समाप्त न करने का ऐलान, बारिश के बावजूद डटे हैं प्रदर्शनकारी।
रुद्रप्रयाग- केंद्रीय विद्यालय के भवन निर्माण को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) का विरोध प्रदर्शन पांचवें दिन भी लगातार जारी है। चंद्रापुरी स्यालसौड़ में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने 14 साल पहले भूमि अधिग्रहण के बावजूद निर्माण कार्य शुरू न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है।
उक्रांद के जिलाध्यक्ष सूरत सिंह झिंक्वाण ने सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि इस मामले को सुलझाने की सच्ची इच्छाशक्ति होती तो यह कब का हल हो चुका होता। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक उदासीनता के कारण यह महत्वपूर्ण मामला वर्षों से लंबित पड़ा है।
वहीं, उक्रांद नेता डॉ. आशुतोष भंडारी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि जब तक निर्माण के लिए भूमिपूजन की प्रक्रिया संपन्न नहीं हो जाती, उनका यह धरना समाप्त नहीं होगा।
प्रदर्शनकारियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि सोमवार और मंगलवार को हुई वर्षा भी उन्हें डिगा नहीं सकी। इस आंदोलन में स्थानीय महिलाएं भी सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं। उनका कहना है कि यह लड़ाई केवल एक इमारत के लिए नहीं, बल्कि इस क्षेत्र के नौनिहालों के बेहतर और उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए है।
मंगलवार को धरना स्थल पर विक्रम फरस्वान, मनोज वैष्णव, शिव सिंह भंडारी, दीप प्रकाश भट्ट, व्यापार संघ अध्यक्ष राहुल पंवार, नवीन पंवार, उपेंद्र पंत और भटवारी सुनार की ग्राम प्रधान प्रीति पंवार समेत महिला मंगल दल की कई सदस्य मौजूद रहीं।