नेपाल की GenZ ने सुशीला कार्की को चुना अपना नेता।
सेना से बातचीत की अगुवाई के लिए पूर्व CJI ने दी अपनी सहमति।
वर्चुअल वोटिंग में मिले सबसे ज्यादा मत।
नेपाल में GenZ प्रदर्शन के बाद अब अंतरिम सरकार कमान संभालेगी। अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की का नाम आगे चल रहा है। सुशीला कार्की को GenZ का समर्थन मिला है। वर्चुअल बैठक में हुई वोटिंग में कार्की को 31% वोट मिले हैं।
Nepal Gen-Z Protest: नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगाने के बाद Gen-Z ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद पीएम केपी ओली और पूरे कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया। प्रदर्शनकारियों ने कई मंत्रियों के घरों में आग लगा दी। हालांकि अब धीरे-धीरे हालात काबू में होते जा रहे हैं। केपी ओली और पूरी कैबिनेट के इस्तीफा देने के बाद अब अंतरिम कार्यकारिणी की गठन की बात होना शुरू हो गया है। Gen-Z प्रदर्शनकारी पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेपाल में अंतरिम सरकार को लेकर बुधवार (10 सितंबर 2025) को वर्चुअल बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें 7411 लोग शामिल हुए। बैठक में सुशीला कार्की को अंतरिम प्रमुख बनाने के लिए वोटिंग की गई, जिसमें कार्की को समर्थन में 31 प्रतिशत वोट पड़े। वहीं मेयर बालेन शाह को सिर्फ 27 प्रतिशत वोट मिले।
सभी GenZ प्रदर्शनकारी नेपाली सेना के मुख्यालय पर जुटे। यहाँ आर्मी चीफ अशोक सिगडेल से अंतरिम प्रधानमंत्री के चेहरे पर चर्चा की गई। इस दौरान कुछ युवा आपस में ही विवादों में बँट गए। कुछ युवाओं ने सुशीला कार्की तो कुछ ने धरान के मेयर हरका संपांग और काठमांडू मेयर बालेन शाह का नाम अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में आगे बढ़ाया।
सुशीला कार्की का नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री के रूप में जो नाम सामने आ रहा है। 7 जून 1952 को विराटनगर, नेपाल में जन्मी सुशीला कार्की का भारत से खास नाता है। उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय से साल 1975 में राजनीति शास्त्र से एमए की डिग्री हासिल की थी।
बीएचयू की पूर्व छात्र के तौर पर उनकी पहचान निश्चित ही भारत और नेपाल के संबंधों में काफी गति देगा। सुशीला कार्की नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश रही हैं और इस पद आसीन होने वाली पहली और एकमात्र महिला हैं। कार्की 11 जुलाई 2016 को मुख्य न्यायाधीश बनीं थीं।


