रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
मयाली-घनसाली मोटर मार्ग पर जगह-जगह बने है भारी गढ्ढे।
विभागीय लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ता है आमजन के साथ चारधाम यात्रियों को।
मुख्यमंत्री धामी की घोषणाओं को धत्ता बताते ओर गढ्ढा मुक्त सड़क को आइना दिखाती ऐसी सड़कें कबतक रहेगी भगवान भरोसे।
मुख्य सड़क मार्ग मयाली-चिरबटिया के मध्य स्थान बजीरा मे सड़क धंसने से हुआ है भारी गढ्ढा, फिर भी प्रशासन बैठा है मौन।।
जखोली- चारधाम यात्रा के शूरू होने से पहले यात्रा मार्गो पर जगह जगह बने गढ्ढो को लोक निर्माण विभाग द्वारा भराई का काम किया जाता था ,साथ ही जिन जिन स्थानों पर सड़क टूटी फूटी स्थिति मे रहती थी उन जगहो पर विभाग द्वरा मरोम्मत का कार्य किया जाता जाता था लेकिन आज आलम यह है कि तिलवाड़ा-मयाली, घनसाली मोटर मार्ग के मध्य आज भी कई स्थानो पर पर गढ्ढे व सड़क के किनारे मलवा जस के तस मौजूद है।
जानकारी के लिए बता दें कि घनसाली- तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर चारधाम के कपाट खुलने के बाद हजारो की तादात मे यात्री वाहनो से चारधाम यात्रा करने आते है, लेकिन प्रशासन द्वारा मोटर मार्ग यात्रा शूरु होने से पहले मोटर मार्ग पर मरोम्मत का कार्य नहीं करवाया जाता है।
जो कि सड़क की दुर्दशा विभागीय लापरवाही की प्राकाष्टा को उजागर करता है।
बताते चले कि मयाली- चिरबटिया के मध्य स्थान बजीरा मे लगभग तीन साल से मोटर मार्ग कि स्थिति दयनीय बनी हुई है,इस स्थान पर सड़क मार्ग काफी हद तक धंसा हुआ है जिससे की यहां पर वाहन दुर्घटना होने की प्रबल संभावना बनी हुई है। सड़क धंसकर इतनी गहराई तक चले गयी कि कई यात्री वाहनो को भारी क्षति पहुंच चुकी है।
इस चारधाम यात्रा मार्ग से हर समय लोनिवि सहित अन्य कई अधिकारी अपने वाहनो मे सफर करते है रहते है, क्या इन अधिकारियों को सड़क धंसाव नजर नही आया। क्या जनपद रूद्रप्रयाग एक बड़े मोटर दुर्घटना का इतंजार कर रहा है। आखिर लो नि वि क्यो अपने कार्यो के प्रति इतनी लापरवाही बरत रहा है।
विभाग मे मोटर मार्गों की मरोम्मत के लिए सरकार से हर साल करोड़ों की धनराशि प्रदान की जाती है, फिर भी सड़क मरोम्मत मे लापरवाही क्यों।