LUCC ठगी पीड़ित निवेशकों द्वारा आज पौड़ी मुख्यालय में धरना प्रदर्शन।
7 दिन के अंदर भुगतान न होने पर चारधाम यात्रा बाधित करने पर होंगे बाध्य प्रदर्शनकारी।
द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी (LUCC) द्वारा उत्तराखंड में निवेशकों की आंखों में धूल झोंककर करोड़ों रुपए लेकर गायब हो गई। ऐसे पहली बार नही हो रहा है।
LUCC के द्वारा ऐसे ठगी का जाल बनाया की इस सोसायटी में अधिकतर महिलाओं द्वारा स्वयं की जमा पूंजी के साथ साथ अपने सगे सम्बन्धियों की पूंजी का निवेश भी करवाया परिणामस्वरूप खून पसीने से कमाया हुआ तो गया ही पर सामाजिक प्रतिष्ठा के साथ साथ आत्मसम्मान पर भी ठेस पहुंची है इसके चलते निवेशकों द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
श्रीनगर में 46 दिन से महिलाएँ अपना घर छोड़कर लगातार धरनास्थल पर पहुंच रही हैं।
प्रदर्शनकरियों द्वारा श्रीनगर में सांकेतिक जाम, मशाल जुलूस, रैली आदि के माध्यम से अपनी आवाज़ को सरकार तक पहुंचाने का काम किया है। जिसमें ज्ञापनों के माध्यम से अपनी मांगों को सरकार के सम्मुख रखा जा रहा है।
इसी क्रम में आज जनपद पौड़ी मुख्यालय में श्रीमती सरस्वती देवी की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों द्वारा नारेबाजी की गई और विधायक पौड़ी राजकुमार के द्वारा धरनास्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन प्रदर्शनकारियों को दिया।
प्रदर्शनकारियों की मांग स्पष्ट है कि यदि LUCC कम्पनी को भारत सरकार के कृषि मंत्रालय द्वारा रजिस्टर्ड किया गया है और इतने अधिक 35 तक ब्रांच/ कलेक्शन सेंटर खुले तो क्या सरकार की जिम्मेदारी बनती है विगत कई वर्षों से काम कर रही सोसायटी की समीक्षा क्यो नही की गई। रजिस्ट्रेशन सरकार ने जारी किया निवेशको का पैसा बैंक के माध्यम से जमा हुआ होगा। इतने अधिक पैसे का लेनदेन पर आखिर क्यों सरकारी तंत्र को खबर नही हुई। हर जगह इनके कार्यालय खुले तो पुलिस प्रशासन का सूचनातंत्र क्यो निष्क्रिय रहा।
अब सरकार से मांग है कि 07 दिन में निवेशको का धन नही लौटाया जाता है तो चारधाम यात्रा को चक्काजाम के माध्यम से बाधित किया जाएगा। जिसकी जबाबदेही सरकार की होगी