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  श्री कोटेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण कोठियाड़ा में श्री शिवपुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन।

जन्मभूमि के अन्न एवं जल से हमारा शरीर का निर्माण होता है इसलिए इसका महत्व स्वर्ग से भी बढ़कर है।

रुद्रप्रयाग-जखोली- श्री कोटेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण कोठियाड़ा में मुख्य आचार्य श्री वेणी प्रसाद भट्ट के द्वारा वेद ऋचाओं के वाचन से शिवपूजन कार्यक्रम के पश्चात पूज्य व्यास जी ने चौथे दिन की श्री शिव पुराण कथा में जन्मभूमि की महत्ता बताते हुए कहा कि जन्मभूमि के अन्न एवं जल से हमारा शरीर का निर्माण होता है इसलिए इसका महत्व स्वर्ग से भी बढ़कर है।

गुरु का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि बिना दिशा सूचक यंत्र के जैसे समुद्र में दिशा का ज्ञान नहीं होता वैसे ही बिना गुरु के हमारा जीवन भी दिशाहीन है।

भोजन एवं भजन का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि भोजन की शुद्धता के बिना भजन नहीं हो सकता।

स्त्री को प्रधान बताते हुए उन्होंने कहा कि पुरुष की भूमिका तो केवल सहायक की है। जीवन में सहजता का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि जब जीवन में सहजता आ जाती है तो जीवन सरल हो जाता है।

पर्यावरण सरंक्षण के लिए प्लास्टिक का उपयोग कम से हो और फलदार पौधरोपण अधिक हो जिससे जंगली जानवरों का खतरा कम से कम हो के लिए सभी का योगदान जरूरी है। 

आज दक्षिणकाली कीर्तन मंडली तिलवाडा से संगीता चमोला, बालमती पवार, इंदु देवी, हेमंती मैठाणी, अंजू देवशाली द्वारा सुंदर भजनों से भगवान शंकर की स्तुतियाँ की गई।

इस अवसर पर श्री कोटेश्वर महादेव मंदिर समिति के अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि कल दिनांक 22 अप्रेल 2025 को भगवान शिव का विवाह लीला होनी  है और भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा जिसमें अधिक से अधिक संख्या में भोले के भक्त पहुंचकर शिव विवाह के साक्षी बनें इस अवसर पर सीताराम कोठारी, अनसूया प्रसाद कोठारी, डॉ0 भगवती प्रसाद भट्ट, नरेंद्र बहुगुणा, बृजमोहन गोदियाल सहित भक्तजन उपस्थित रहे।

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