पृथ्वी दिवस के अवसर पर वनाग्नि जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

2025 के लिए पृथ्वी दिवस की थीम क्या है, पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है,
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राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में वनाग्नि जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन।

उत्तरी जखोली रेंज के द्वारा वनाग्नि से पृथ्वी को होने वाले नुकसान से के बचा जाए पर किया गया गोष्ठी का आयोजन।

सौरमण्डल में पृथ्वी एकमात्र ऐसा गृह है, जहां जीवन संभव है। हमारे जीवन का आधार ही पृथ्वी है जो पंच तत्वों जिससे हमारा शरीर बना है कि जननी है। पृथ्वी जिसे दूसरे शब्दों में धरा या धरती के नाम से जाना जाता है पर वायु, जल, मिट्टी, सूर्य का प्रकाश और जीवन के लिए अनुकूल तापमान समेत जीवन जीने के लिए प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं। 

पृथ्वी मानवों के लिए नहीं अपितु सभी जीवों के लिए जीवनदायिनी है। जिसपर उत्पादक ओर उपभोक्ता दोनों तरह के पेड़ -पौध व जीव रहते हैं। भौतिक संसाधनों की चाह ने समय के साथ अपना स्वरूप बदला है जिसके कारण वक्त के साथ सभी जरूरी प्राकृतिक संसाधनों का दोहन इतना ज्यादा हो रहा है कि एक ऐसा वक्त भी आ सकता है जब सभी संसाधन खत्म हो सकते हैं ओर जीव के जीवन की आशा वहीं समाप्त होने की शत प्रतिशत सम्भावना बन जाएगी।

इन प्राकृतिक संसाधनों के बिना पृथ्वी पर जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा। इस गंभीर समस्या को हल करने के लिए प्रकृति प्रदत्त चीजों का संरक्षण करने की आवश्यकता है। इस आवश्यकता के बारे में सभी को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 22 अप्रैल को 'पृथ्वी दिवस' मनाया जाता है।

आज दिनांक 22 अप्रैल 2025 को विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर रुद्रप्रयाग वन प्रभाग द्वारा राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में एक वनाग्नि जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों को पृथ्वी पर हो रहे पर्यावरणीय परिवर्तनों, वनाग्नि के दुष्परिणामों तथा इसके पर्यावरण एवं जनजीवन पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। साथ ही, उत्तराखंड फॉरेस्ट फायर ऐप के उपयोग की जानकारी दी गई एवं वनाग्नि के दौरान वन विभाग को सहयोग देने की अपील की गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य, उप प्रभागीय वनाधिकारी जखोली, वनक्षेत्राधिकारी उत्तरी जखोली , महाविद्यालय के अध्यापकगण, वन विभाग के कर्मचारी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

पृथ्वी दिवस कब से मनाया जाता है-

1969 में कैलिफोर्निया के सांता बारबरा में तेल रिसाव की वजह से त्रासदी हो गई। इस हादसे में कई लोग आहत हुए और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करने का फैसला लिया गया।

पृथ्वी के संरक्षण से जुड़े इस दिन को मनाने की शुरुआत 1970 में हुई थी। सबसे पहले अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने पर्यावरण की शिक्षा के तौर पर इस दिन की शुरुआत की थी।   इसके बाद नेल्सन के आह्वान पर 22 अप्रैल को लगभग दो करोड़ अमेरिकियों ने पृथ्वी दिवस पहली बार मनाया।

2025 के लिए पृथ्वी दिवस की थीम-

वर्ष 1970 से हर साल पृथ्वी दिवस मनाया जाने लगा। प्रत्येक वर्ष पृथ्वी दिवस मनाने के लिए एक खास थीम रखी जाती है जो वर्ष 2025 पृथ्वी दिवस की थीम हमारी शक्ति हमारा ब्रह्मांड (Our Power, Our Planet) है।

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