वन उपज से आजीविका संवर्धन- तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम।
रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के दक्षिणी जखोली रेंज अंतर्गत R.D.F. (Restoration of Degraded Forest) के तहत जवाड़ी ग्राम सभा में वन उपज से आजीविका संवर्धन सम्बंधित तीन दिवसीय (8 मार्च से 10 मार्च 2025) प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। उक्त कार्यशाला में ग्रामीणों को विभिन्न वन उपज जैसे पिरूल, छेंती, बांस तथा घास से विभिन्न उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया गया।
उप प्रभागीय वनाधिकारी जखोली उप वन प्रभाग डॉ. दिवाकर पन्त ने अवगत कराया की उक्त कार्यशाला में ग्रामीणों को वन उपज से राखी, सजावटी उत्पाद, कलाकृतियाँ, टोकरी, पेन होल्डर, फ्लावर पॉट बनाने का प्रशिक्षण दिया गया. ग्रामीणों द्वारा बताया गया की उक्त प्रशिक्षण से उनको आजीविका संवर्धन में मदद के साथ-साथ पिरूल के उचित उपयोग से वनाग्नि रोकथाम में भी मदद मिलेगी।
वन उपज से आय अर्जन होने की संभावना रुद्रप्रयाग जनपद में अधिक है क्योंकि चारधाम यात्रा का केंद्र बिंदु रुद्रप्रयाग है और चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के द्वारा जनपद रुद्रप्रयाग के उत्पादों को खरीदे जाने से आजीविका संवर्धन होगा और यह प्रयास रोजगार के साथ साथ पर्यावरण सुरक्षा में सहायक होगा।
इस अवसर पर उप प्रभागीय वनाधिकारी डॉ0 दिवाकर पंत, उप वन क्षेत्राधिकारी के0 सी0 नैनवाल, वन आरक्षी गोविंद सिंह चौहान, श्री अमिताभ चमोली, संगीता किमोठी, शशी गुसाईं, अर्चना मैठाणी, कौशल्या रावत, हेमंती मैठाणी, इंदु नोटियाल आदि उपस्थित थे।