भीरी-डमार मोटरमार्ग पर पुल निर्माण कार्य में देरी, ग्रामीणों का धरना जारी, 01 फरवरी को चक्काजाम की दी चेतावनी।
वोट पाने और अपनी फजीहत बचाने से लेकर वाहवाही में व्यस्त नेताओं को कोई फर्क नही पड़ता आम आदमी कितने कष्ट में है।
क्या ऐसे भी होता विकास यदि देखना है तो भीरी डमार मोटरमार्ग पर देखना पड़ेगा इस मोटरसडक पर डामरीकरण हो गया बिना पुल के नदी में अस्थायी मार्ग बनाकर दूसरी तरफ बड़ी मशीनें डामर बिछाने के लिए भेजी गई और डामर भी बीच गया बरसात के चलते मन्दाकिनी नदी पर बने अस्थाई मार्ग भ गया और एक अदद पुल नही बन पाया। हाल ही में हुए उपचुनाव में 5 कैबिनेट मंत्रियों का केदारनाथ विधानसभा की समस्याओं को समाधान करने हेतु डेरा जमाए रखना, स्वयं मुख्यमंत्री का इस क्षेत्र में लगातार आना पर समस्या जस की तस होना कहीं न कहीं भीरी डमार मोटरमार्ग पर बने पुल के गार्डर भी स्थाननियों का मुंह चिढ़ाते हुए नजर आते हैं।
पीएमजीएसवाई सिंचाई खंड द्वारा भीरी-डमार तीन किलोमीटर सड़क निर्माण के तहत मंदाकिनी नदी पर पुल निर्माण कार्य की धीमी प्रगति को लेकर ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि 31 जनवरी तक पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता तो 1 फरवरी को वे केदारनाथ हाइवे पर चक्काजाम करेंगे। इस प्रदर्शन में 14 ग्राम सभाओं के लोग भाग लेंगे। जिसकी जबाबदारी प्रशासन और सरकार की होगी।
धरना स्थल पर ग्रामीणों ने बताया कि 2016 में सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ था और 2021 में पुल का निर्माण पूरा होना था, लेकिन अब 2025 तक भी पुल का काम अधूरा पड़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि साढ़े चार करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत होने के बावजूद पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है, जबकि सड़क में 70 प्रतिशत डामरीकरण का काम हो चुका है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विधानसभा उपचुनाव के दौरान मुख्यमंत्री के कॉर्डिनेटर ने दिसंबर तक पुल निर्माण कार्य पूरा करने का वादा किया था, लेकिन वह वादा भी पूरा नहीं हुआ। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो वे आंदोलनरत रहकर अपनी मांगों को पूरा होने तक सरकार के द्वारा की गई अनदेखी को धरना प्रदर्शन के माध्यम से लगातार उठाते रहेंगे।
इस दौरान पूर्व प्रधान रघुबीर सिंह नेगी, पीतांबर सेमवाल, संजय बिष्ट, राजेश नेगी, योगेंद्र चौहान, डॉक्टर आशुतोष भंडारी, अंकुर रौथाण, विनोद सिंह और अन्य ग्रामीण नेता भी उपस्थित थे।