रामरतन पवांर/जखोली
उतराखंड आंदोलनकारी सुरेन्द्र सकलानी व हरीश पुडींर ने जखोली मे गुलदार के आंतक निजात दिलाने हेतु तहसील प्रशासन को सौंपा पत्र।
जनता कर रही है पिंजरा लगाने की मांग, लेकिन वन विभाग बना है मूकदशर्क। क्या वन विभाग किसी बड़ी घटना का इंतजार में है।
अगर प्रशासन गुलदार को पकड़ने की नही करता है कार्यवाही तो क्षेत्रीय जनता करेगी उग्र आंदोलन।
जखोली मे गुलदार का खौफ इतना बढ़ गया है कि लोग अब अपने घरो से बहार निखलने से कतरा रहे हैं। अभी 4:30 बजे सायं को कोठियाड़ा गाँव मे बस्ती के नजदीक बेख़ौफ घूमता दिखा गुलदार।
देवल,खरियाल, लम्वाड़, मयाली, ललूड़ी, बरसीर, जयन्ती कोठियाड़ा सहित जहां जहां भी गुलदार ने लोगो पर हमले किये उन गांवो के लोग भारी दहशत मे हैं।
ज्ञात हो कि जखोली विकासखंड के अन्तर्गत दर्जनो गा़वो मे गुलदार का खतरा बना है, बताते चले कि माह जुलाई में जखोली सीमान्तगर्त इन्द्रनगर नामी तोक मे गुलदार ने प्रात महरगांव के एक छात्र को रामश्रम विद्यालय जाते समय हमला कर घायल कर दिया था। उसके बाद पुनः गुलदार ने बुढ़ना (एकलिंग) से बुढ़ना विद्यालय जाते समय 14 साल के एक बालक पर हमला कर लिया। ललूडी़ गांव की एक महिला को भी गुलदार ने घायल कर दिया था, 13 अक्टूबर को जयंती गावँ में एक महिला को, 31 अक्टूबर को खरियाल गावँ में और कल 6 दिसंबर को मयाली की रहने वाली ललिता देवी पर गुलदार ने हमला कर दिया तब से लेकर और अब तक क्षेत्र मे गुलदार सक्रिय है।
क्षेत्र मे गुलदार की सक्रियता को देखते हुए उतराखंड आन्दोलनकारी सुरेन्द्र सकलानी और मयाली वासुदेव टैक्सी यूनियन एक अध्यक्ष हरीश पण्डीर ने राजस्व उपनिरीक्षक श्री अजय नेगी को जखोली के अन्तर्गत 6 माह में लोगों पर लगातार हुए गुलदार के से हमले सम्बंधित घटनाओं के बारे लिखित रुप में पत्र सौंपा । इनके द्वारा पत्र के माध्यम भी अवगत कराया था कि लोग गुलदार की डर से अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे, बहू बेटिया जंगल जाने से डर रही हैं।
इतना सब कुछ होने के बाद भी वन विभाग कुम्भकर्णी नींद में सोया हुआ हैं। उन्होंने कहा कि अगर वन ने गुलदार को पकड़ने हेतु कोई सकारात्मक प्रयास नही किये तो जनप्रतिनिधिगण लामबंद होकर उग्र आंदोलन करने कें लिये बाध्य होंगे।
वही सुरेन्द्र सकलानी व हरीश पुडींर द्वारा दिये गये पत्र में लिखित जानकारी तहसीलदार जखोली को सौंप दी ताकि राजस्व विभाग गुलदार से संमन्धित अग्रिम कार्यवाही कर सके।