रामरतन सिह पवांर/जखोली
सड़क के दोनो ओर वाहन खड़ा करने की वजह से मयाली बाजार मे पैदा होती है जाम की स्थिति।
सड़क के दोनो तरफ से वाहनो को खड़ा करने के पश्चात मयाली बाजार मे जाम की स्तिथि पैदा हो जाती है।
वही दूसरी और मयाली तिराहे पर भी वाहन चालको द्वारा गलत तरीके से वाहनो को आड़ा टेड़ा खड़ा किया जाता है जिससे कि पूरा मयाली बाजार जाम की चपेट मे आ जाता है। अगर किसी व्यक्ति को अपने आवश्यक कार्य के लिए जाना हो तो वो घंटो तक जाम मे फंसा रहने के कारण समय पर अपने गंतव्य स्थान तक नही पहुंच पाता है।
जानकारी के लिए बता दे कि मयाली बाजार मे वाहनो को खड़े करने हेतु लाखो रूपये की लागत से पार्किंग भी बनायी गयी है लेकिन वाहनो को पार्किंग मे खड़े करने के बजाय सड़क पर लावरिस खड़ा कर लिया जाता हैं।आखिरी मे तानशाही कब तक चलेगी।
मयाली मे प्रशासन की ओर से क्या हैं जाम से निपटने की व्यवस्था जानते हैं-
मयाली मे जब कभी कभी जाम लगता हैं तो व्यवस्था के लिये दो होमगार्डो की व्यवस्था की गयी है।लेकिन वाहन चालक उनकी भी कुछ सुनने को तैयार नही, दूसरी बात होमगार्ड के पास गलत जगह पर खड़े किये गये वाहनो कें चालान करने की भी परमिशन नही हैं। चालान का अधिकार मात्र पुलिस या आरटीओ के पास हैं लेकिन मे दोनो विभाग कभी कभी कभी मयाली मे दिखते नही हैं।
मुख्य बाजार मयाली में जाम से निजात पाने के लिए जिला प्रशासन को ट्रेफिक पुलिस की व्यवस्था करनी चहिए थी लेकिन शायद प्रशासन इस व्यवस्था से अनभिज्ञ हैं।
जबकि मयाली से महज आठ किलोमीटर की दूरी पर यानी जखोली मे पुलिस चौकी भी है लेकिन मयाली मे पुलिस का एक भी जवान दिखाई नही देता, इतना सब कुछ नजारा देखने के बावजूद भी जिला प्रशासन कुम्भकर्णी नींद में सोया हैं।
वही वासुदेव टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष हरीश पुडींर, व्यापारी जितेन्द्र बुटोला, पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष सुरेन्द्र सकलानी सहित आदि लोगो न कहा की मयाली में जाम से मुक्ति दिलाने हेतु यातायात पुलिस की व्यवस्था होनी अतिआवश्यक है क्योकि मुख्य बाजार मयाली जखोली के दर्जनो गांवो से वाहनो का आना जाना लगा रहता है साथ भी यात्रा मार्ग होने के कारण वाहनो का आना जाना लगा रहता हैं।उन्होने प्रशासन से मयाली बजार में यातायात व्यवस्था को सूचारु रखने के लिए यातायात पुलिस की मांग की।