रामरतन पवांर/जखोली।
सरकार शिक्षको का क्रोध झेलने को रहे तैयार। पुरानी पेन्शन योजना लागू करनी होगी अबकी बार।
सैकड़ो शिक्षकों ने बाँह मे काली पट्टी बाँध कर किया विरोध।
जखोली-राष्ट्रीय पुरानी पेंशन(NM0PS) के द्वारा एन पी एस और यूपीएस पेंशन योजनाओं के विरोध मे राष्ट्रीय आह्वान के तहत पाँच दिवसीय सांकेतिक विरोध दर्ज किया गया है। इस अवसर पर जखोली विकासखंड के सैकड़ों शिक्षक कर्मचारियों द्वारा बाँह पर काली पट्टी बाँध कर यूपीएस के खिलाफ अपना बिरोध जताया है।
इस विरोध मे शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग,सिंचाई खंड लो नि वि के कार्मिकों ने.यूपीएस का विरोध करते हुए पुरानी पेंशन बहाली की एकसूत्रीय माँग को जोरदार ढंग से उठाया है।
एम एन ओ पी एस प्रभारी दीपक भट्ट कहा कि एनपीएस और यूपीएस पेंशन योजनाएं पूर्णतः अंशदायी व बाजार आधारित हैं । इससे कर्मचारियों का हित सुरक्षित नही है।उन्होंने कहा कि देशभर मे शिक्षक कर्मचारी एक जुट होकर राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बन्धु के नेतृत्व मे पुरानी पेंशन की माँग उठा रहे हैं। वही पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सभी विद्यालयों के शिक्षक आंदोलन मे उत्तर गये जिस कारण से अब जिन जिन विद्यालयो मे अतिथि शिक्षक है वहाँ की कमान अब गेस्ट टीचर संभालेंगे वही कई प्राथमिक विद्यालय ऐसे भी है जो एकल अध्यापकों के भरोसे चल रहे है। उन स्कूलो के भी शिक्षक हड़ताल पर चले गये जिस कारण से सारी शिक्षण संस्थाओ का भविष्य चौपट होता नजर आ रहा है।
यूपीएस के विरोध मे पुरानी पेंशन बहाली हेतू संगठन के अध्यक्ष अनसूया रूड़ियाल ,महामंत्री दिनेश कोठरी, उपाध्यक्ष अनीता नेगी, सुनील उनियाल, अनिल उनियाल, मानवेंद्र गहवार, राजेश राणा, अमित काला, योगेश उनियाल, महिला अध्यक्ष संगीता डोभाल, संरक्षक बलवीर सिह रोथाण, अरविन्द सकलानी, कपिल मिश्रा, जितेन्द्र कठैत, अरविंद रौथाण, संदीप फगटवाल, अशीष तिवारी, मनोज गुसाईं, मनोज कप्रवाण आदि के नेतृत्व मे जगह सैकड़़ो की संख्या मे शिक्षक कर्मचारी विरोध मे शामिल हुए।