वन विभाग में अपनी पटकथा से खेल करने वाले पटनायक के फड़फड़ाते पंखों को फिर से काटा गया।
मुख्यमंत्री धामी ओर वन मंत्री सुबोध उनियाल की नजर में आई पटनायक की पटकथा तो छिन गयी कुर्सी।
पटनायक की पटकथा का अंत के लिए जारी आदेश-
इस कार्यालय के आदेश सं०-क-138/1-13, दिनांक 14.08.2024 को संशोधित करते हुए मुख्य वन संरक्षक, उपयोग, गैर प्रकाष्ठ वन उपज एवं आजीविका, उत्तराखण्ड, देहरादून का प्रभार श्री नरेश कुमार, अपर प्रमुख वन संरक्षक, गढ़वाल, पौड़ी को अतिरिक्त रूप अग्रिम आदेशों तक दिया जाता है, जिसके लिये उन्हें कोई अतिरिक्त वेतन-भत्ता देय नहीं होगा।
श्री नरेश कुमार, अपर प्रमुख वन संरक्षक, गढ़वाल, पौड़ी को निर्देश दिये जाते हैं कि वे तत्काल मुख्य वन सरंक्षक, उपयोग, गैर प्रकाष्ठ वन उपज एवं आजीविका, उत्तराखण्ड, देहरादून का कार्यभार श्री सुशांत को प्रेषित करना सुनिश्चित करें।
पटनायक पर महिला से छेड़छाड़ के हैं गंभीर आरोप-
भारतीय वन सेवा अधिकारी सुशांत पटनायक के खिलाफ एक कनिष्ठ अनुसंधान अध्येता महिला ने छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए थे। यह घटना उनके कार्यालय में 24 जनवरी 2024 को घटित हुई थी, जब महिला उन्हें उनके पिता के निधन पर सांत्वना प्रकट करने गई थी। आरोप है कि इस दौरान पटनायक ने उनसे अश्लील हरकतें कीं और बाद में व्हाट्सएप पर माफी मांगते हुए तीन अश्लील संदेश भेजे, जिन्हें बाद में हटा दिया गया था। महिला ने हटाये गये संदेशों को पुनः प्राप्त कर उन्हें साक्ष्य के तौर पर प्रस्तुत किया ओर पटनायक की पटकथा का अंत यही से शुरू हुआ।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गड़बड़ी में नाम- बता दें कि आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक का नाम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गड़बड़ी को लेकर भी सामने आया था। गड़बड़ी में नाम आने पर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के अफसरों ने सुशांत पटनायक के घर पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान ईडी की टीम उनके घर पर नोट गिनने की दो मशीन ले जाते हुए भी दिखाई दी थी। मामले कि गम्भीरता का अंदाज नोट गिनती मशीन के दिखने से लग जाता है।