उत्तराखंड का लाल दीपेंद्र कंडारी जम्मू कश्मीर के तंगधार में शहीद।
सूबेदार दीपेन्द्र कण्डारी 17वीं गढ़वाल रायफल में थे तैनात।
जनपद चमोली के पोखरी ब्लॉक के अंतर्गत करछुना गांव निवासी दीपेंद्र कंडारी जम्मू कश्मीर के तंगधार में शहीद हो गये हैं। 17वीं बटालियन गढ़वाल राइफल में तैनात दीपेंद्र कंडारी की शहादत की खबर के बाद से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के करछुना गांव निवासी दीपेंद्र कंडारी जम्मू-कश्मीर के तंगधार क्षेत्र में शहीद हो गए। दीपेंद्र सूबेदार पद पर 17 वीं बटालियन गढ़वाल राइफल में तैनात थे।
दीपेंद्र कंडारी की शहादत की खबर परिजनों को दे दी गई है। शहादत की खबर सुनने के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा है।
बताया जा रहा है कि शहीद दीपेंद्र कंडारी का परिवार देहरादून में रहता है। 11 अगस्त 2024 की सुबह लगभग 9 बजे शहीद दीपेंद्र कंडारी की पार्थिव देह देहरादून पहुंचेगी। शहीद दीपेंद्र कंडारी के पार्थिव शरीर को शिमला बाईपास नयागांव स्थित उनके आवास पर उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। शहीद दीपेंद्र कंडारी का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ नयागांव घाट पर किया जाएगा।