रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
ललूड़ी गांव की एक महिला पर गुलदार ने किया जानलेवा हमला।
हमले महिला के हाथ सहित तीन जगह गुलदार ने नाखूनों से किया प्रहार।
विकासखंड जखोली के अन्तर्गत गुलदार का आंतक इस कदर छा गया है कि दिन दहाड़े चलते फिरते राहगीरों पर हमला कर रहा है। ज्ञात हो कि मुख्यालय के नजदीक गांव ललूड़ी की रहने वाली 50 बर्षीय महिला श्रीमती रैजा देवी पत्नी कृर्ति लाल ग्राम ललूड़ी(कमलेख) पर आज सुबह गुलदार ने हमला कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रैजा देवी आज सुबह लगभग 7 बजे के आसपास अपने मवैंशियो के लिए के लिए पड़ोस के जंंगल मे घास लेने जा रही थी कि रास्ते मे घात लगाये गुलदार ने हमला कर लिया। हमला गुलदार ने महिला तीन जगह किया , हाथ पर पंजे से गहरा जख्म हो गया।
जैसे ही महिला पर गुलदार ने हमला किया वैसै ही महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग घटना स्थल पर पहुंच गये।तब तक गुलदार भाग निकल गया। आननफानन मे महिला को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र उपचार हेतू ले जाया गया व वन विभाग को घटना की जानकारी दे दी गयी, वन विभाग की टीम भी महिला के हालचाल जानने जखोली अस्पताल पहुंची।
सी एच सी प्रभारी खुशपाल सिंह ने बताया कि कि महिला के हाथ मे गुलदार ने अपने नाखुन से जख्म पहुंचाया जिसका उपचार जखोली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे चल रहा है उन्होंने बताया कि महिला खतरे से बहार है और उपचार के बाद घर भेज दी जायेगी।
31 जुलाई को बुढना के 11 वर्षीय बालक पर स्कूल जाते समय गुलदार ने हमला किया था व 17 जुलाई को बैनोली गावं में गोशाला का दरवाजा तोड़कर 1 गाय व 1 बछिया को गुलदार के द्वारा मारा गया था व 8 अगस्त को भालू द्वारा जंगल में गाय चुगाने गए वृद्ध व्यक्ति पर भालू ने हमला किया था। मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसका कारण कहीं न कहीं पारिस्थितिकीय तंत्र में अवरोध उत्पन्न हुए हैं या वन्य जीवों के स्वभाव में बदलाव हुआ है कारणों का अध्ययन करके मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं को रोकने के उपाय करने आवश्यक हैं।