चमोली के मटई गाँव में भालू ने ग्रामीण पर हमला करके किया अधमरा

चमोली के मटई गाँव में भालू ने ग्रामीण पर हमला करके किया अधमरा
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 प्रभात पुरोहित/चमोली गढ़वाल।

चमोली के मटई गाँव में भालू ने ग्रामीण पर हमला करके किया अधमरा।

मानव वन्य जीव संघर्ष की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय। कहीं काश्तकारी की कमी के चलते भी ये घटनाएं बढ़ने का  कारण तो नही हैं।

 चमोली जनपद में नंदानगर विकासखंड के मटई गाँव क्षेत्र में इन दिनों भालू के आतंक से ग्रामीण अत्यधिक ख़ौफ में जीने को मजबूर हैं। आजअपने खेत के पास ही घास लेनें गये सुरेंद्र लाल पर  भालू ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया। आसपास खेतो में काम कर रहें ग्रामीण महिलाओं द्वारा शोर मचाने के बाद भालू ने सुरेंद्र लाल को अधमरा छोड़कर जंगल की ओर भाग गया। घायल को ग्रामीणो की मदद से ज़िला अस्पताल गोपेश्वर उपचार हेतु भेजा गया है। जिला अस्पताल गोपेश्वर में घायल का इलाज चल रहा है।


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मटई गांव से कुछ ही दूरी पर खेतों के पास घास लेने सुरेन्द्र लाल गया था। खेत में पहले से घात लगाकर बैठे भालू ने अचानक हमला कर सुरेंद्र के सिर और आंख को झपट्टा मार कर जख्मी कर दिया।भालू के हमले को देखकर खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों द्वारा शोर शराबा करने के बाद भालू सुरेंद्र को छोड़ वहां से भाग गया।

गाँव में कई दिनों से लगातार भालू के देखे जाने से ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। कुछ दिनों पहले भालू ने मटई गाँव के पानीगेठ तोक में कई मवेशियों को अपना शिकार बना कर मौत के घाट उतार दिया था। जिसके बाद यह दूसरी घटना घटित हो गयी।

 ग्राम प्रधान मटई श्री प्रभात पुरोहित ने बद्रीनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी को सूचना द कि जिस स्थान पर घटना हुई हैं, उसी रास्ते स्कूली बच्चे अपने घर से स्कूल आना जाना करते हैं। जिसके कारण स्कूली बच्चों पर भी हमला हो सकता है। इस भालू को पकड़ने के लिए विभाग को गाँव के आसपास जल्द पिंजरे लगाने की कार्यवाही करनी होगी ताकि समय रहते किसी अनहोनी से समय रहते बचा जा सके।

बद्रीनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश कुमार दूबे का कहना हैं, कि आदमखोर हो चुके जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने हेतु चीफ़ वाईल्ड लाइफ़ के कार्यालय से अनुमति लेनी होती हैं।कहा कि भालू काफ़ी समझदार जानवर होता है। 

  वह आसानी से पिंजरे में नहीं फँसता, भालू को भगाने का एक ही ज़रिया हैं,कि जिस क्षेत्र में भालू की दस्तक हैं उस गाँव के लोग झुंड बनाकर शोर शराबा कर भालू को भगायें, जिस व्यक्ति को भालू ने घायल किया हैं उसे वन विभाग के नियम अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।

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