पहले ऊपर वाले ने माँ बाप का साया उठाया अब सिस्टम ने रही सही कसर की पूरी।
जनपद रुद्रप्रयाग के विकासखण्ड जखोली के कोटि गांव में श्री पुष्कर सिंह पुत्र स्व0 श्री चन्द्र सिंह जिनकी उम्र लगभव 46 वर्ष है जो मानसिक रूप से कमजोर है। विडम्बना यह है कि इनके माँ पिताजी जबतक जीवित थे तबतक इनका राशनकार्ड था दोनों के गुजर जाने के बाद इनका राशनकार्ड भी बन्द हो गया।
पूछने पर बताया गया कि महिलाओं के नाम पर राशनकार्ड बनने के कारण इनके नाम पर राशनकार्ड नही बन सकता। यह सवाल गम्भीर है और इससे क्या वही राशनकार्ड के धारक होंगे जिनकी मुखिया महिला होंगी कतिपय घर ऐसे भी है जिनमें महिलाएं नही है तो क्या उनके राशनकार्ड बने है या नही यह शोध का विषय है।
श्री पुष्कर सिंह के बारे में गाव में लोग बताते है कि पहले होटल में काम करता था जो कि कोरोनाकाल के बाद बन्द हो गया। अब किसी के घर भी खाना खाकर जीवन यापन कर रहा है।
सर पर न मां बाप का साया है और न सर ढकने के लिए छत उसमे भी कंगाली में आटा गीला ऐसे की राशनकार्ड भी नही बना है जिससे सरकारी राशन का फायदा मिलता।
रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन से अनुरोध है कि इस विषय की गम्भीरता को देखते हुए श्री पुष्कर सिंह का राशनकार्ड बन जाये कि व्यवस्था करके इस मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति की मदद की जानी जरूरी है।