रामरतन पवांर/जखोली।
जखोली के कुछ गाँवो मे विक्षिप्त लंगूर द्वारा ग्रामीणो पर लगातार किया जा रहा हमला, बार बार हमले से ग्रामीण दहशत मे।
जखोली- जखोली तहसील क्षेत्रागर्त कुछ गांवों मे एक लंगूर द्वारा भयानक आंतक फैलाया हुआ है ,बखताया जा रहा है कि इस लंगूर की मांसिक स्तिथि ठीक नही जिस कारण से यह रास्ते व जंगल मे आने जाने वाले व्यक्तियो पर हमला कर रहा है जिस कारण से लोग इसकी डर से सहमे हुए है। ज्ञात हो कि हाल मे ही तीन दिवस पूर्व ग्राम पंचायत मखेत के रहने वाले बुद्धि सिह कैन्तूरा जो कि अपने गाँव से पैदल आ रहे थे कि मानसिक रूप से इस विक्षिप्त लंगूर ने इस व्यक्ति पर झपट कर नाखूनों व दाँत से हमला कर दिया
जिस कारण से ये व्यक्ति आंशिक रूप से घायल हो गया था।
वर्तमान समय मे यह लंगूर मखेत, उदयनगर, घरड़ा, कोटी, महरगाँव सहित लौंगा गांव के जंगलों मे विचरण कर रहा है।
ये इस लंगूर द्वारा पहली घटना ही नही बल्कि एक और घटना को भी अंजाम दिया गया, दूसरे घटना क्रम के बारे मे अवगत करा दे कि ग्राम पंचायत लौंगा का रहने वाला सोहन सिह कठैत पुत्र भोंपाल सिह जो कि वन विभाग मे चौकीदारी काम काम करते है और 15 जनवरी को जब वे अपने ही गांव के नजदीक जंगल मे कम्पार्टमेंट नंबर 1 मे वन विभाग की जो 10 हेक्टेयर मे वनीकरण है उसकी देखरेख करने कर लिए अपने से घर जा था कि वनीकरण मे पहुँचते ही उस पागल लंगूर ने सोहन सिह पर हमला कर दिया ।
सोहन सिह ने बताया कि लंगूर के द्वारा मेरे गाल व छाती पर अपने नाखूनों से प्रहार किया। किसी तरह मैने भागकर लंगूर से अपनी जान बचायी। ग्रामीणों का ये भी कहना है कि सबसे अधिक खतरा जो छोटे छोटे बच्चे पैदल विद्यालय जाते है उनका है, मखेत गांव सहित आसपास के कुछ गांवों के परिवारों ने तो लंगूर के आंतक को देखते हुए अपने बच्चों को स्कूल भेजने तक बंद कर दिया।जबकि इतना सब कुछ होने के बावजूद भी मखेत के ग्रामीणों ने जखोली के दक्षिणी रेंज के वनक्षेत्राधिकारी को कुछ दिवस पूर्व लिखित रुप मे भी अवगत कराया था लेकिन वन विभाग ने ग्रामीणों की माँग की अनदेखी की।
वही क्षेत्रीय जनता सहित मखेत की प्रधान श्रीमती शशी देवी, क्षेत्रपंचायत सदस्य श्रीमती एकादशी देवी, सामाजिक कार्यकर्ता व पूर्व प्रधान अषाड़ सिह राणा, हरीश पुण्डीर आदि ने वन विभाग से इस लंगूर को मारने या पकड़ने की माँग की।