रामरतन पवांर/जखोली।
हाईकोर्ट के आदेश के विरोध मे व्यावसायिक प्रतिष्ठान व आवासीय भवन तोड़े जाने के सम्बन्ध मे व्यापारियों ने मुख्य बाजार मयाली मे दर्ज किया विरोध प्रदर्शन।
उपजिलाधिकारी जखोली के माध्यम से जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन।
जखोली-मुख्य बाजार मयाली मे अतिक्रमण हटाये जाने से संमन्धित व्यापार संघ मयाली के समस्त व्यापारियों के द्वारा 24 अगस्त बृहस्पतिवार को एक आम बैठक आहूत की गयी
बैठक मे व्यापारियों/भवन स्वामियो तथा व्यवसायियो ने दुकानो, खोखो व मकानो को सरकार द्वारा सड़क चौड़ीकरण मे चिन्हित उच्च न्यायालय की आड़ पर हटाये जाने के संमन्ध मे धरना प्रदर्शन किया।
व्यापारियों का कहना है कि मयाली बाजार वर्तमान समय मे लगभग 5 दर्जन से अधिक गाँवो का व्यापारिक केन्द्र है, जिससे प्रतिदिन इस बाजार मे 300 सौ से अधिक लोग सामान खरीदने के लिए आते है, ऐसी स्थिति मे अगर मयाली बाजार को तोड़ा जाता है तो फिर यहाँ छोटा मोटा ब्यवसाय करने वाले लोगो के भविष्य पर क्या असर पड़ेगा शायद सरकार ने इसके बारे नही सोचा।
व्यापारियों का कहना है कि उतराखंड अलग राज्य बनने के बाद मयाली बाजार के व्यापारियों की आस जगी थी कि अब हम अब बेरोजगार लोग कुछ स्वरोजगार कर अपने परिवार का पालन पोषण कर सके ,लेकिन आज सरकार ने हमारा साकार होता हुआ सपना चकनाचूर कर दिया।
उन्होने कहा कि उत्तराखंड बनने के कई वर्ष पहले से लोग यहाँ पर अपना व्यवसाय चलाते आ रहे है। अगर एक नजरिया से देखा जाय तो पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण सड़क विस्तारीकरण संभव नही हो सकता।
आज सबसे बड़ा सवाल ये है कि एक तरफ सरकार पलायन रोकने की बात कर रही और दूसरी तरफ लोगों का रोजगार छीन रही आखिरकार जनता के साथ ऐसी दोहरी राजनीति क्यो।सरकार लोगो को रोजगार मे असक्षम तो है ही साथ ही साथ आम आदमी के जख्मों पर नमक लगाने का भी काम कर रही है।
मयाली में हाईकोर्ट के आदेश पर लोगो के व्यवसायिक प्रतिष्ठान तोड़े जाने के सम्बन्ध मे व्यापारियों ने जखोली उपजिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को एक ज्ञापन भी सौंपा।
व्यापारियों का ये भी कहना कि यातायात बाधित न हो इसके पक्ष धर हम भी है लेकिन दुकान तोड़ना ही अंतिम विकल्प नही है। बाजार के आसपास पार्किंग भी बन सकता है।
ज्ञापन के माध्यम से व्यापारियों ने शासन प्रशासन को चैतावनी दी है कि अगर कोई समुचित व्यवस्था करने पहले कोई गलत कदम उठाया गया तो तो हम समस्त व्यापारियों/भवन स्वामियो द्वारा धरना, प्रर्दशन व आमरण अनशन करने मे मजबूर होंगे
ज्ञापन मे व्यापार संघ अध्यक्ष चेतन भंडारी, जितेन्द्र बुटोला, नरेश उनियाल, उत्तम सिह भंडारी, राजेन्द्र कुवँर, प्रह्लादसिह, दिनेश उनियाल, बिरेन्द्र नेगी सहित सौ से अधिक लोगो के हस्ताक्षर मौजूद है।


