रामरतन पवांर/जखोली।
ग्राम पंचायत बैनौली मे खड़ी फसलो को जंगली जानवर पहुँचा रहे है भारी नुकसान।
ग्रामीणों ने गांव मे घेरबाड़ की वन मंत्री से की मांग, वन मंत्री के आदेश के बावजूद भी नही हुई हुई कार्यवाही।
जखोली-ग्राम पंचायत जखोली के दर्जनों गाँवो मे आये दिन जंगली जानवरो का आतंक फैला हुआ है। आलम यह है कि काश्तकारों की फसलो को जानवरो द्वारा इस कदर नुकसान पहुँचाया जा रहा कि काश्तकारों ने अपनी खेती को बंजर छोड़ने को मजबूर हो गये है।
इस समस्या से निजात पाने के लिए माह अगस्त 2022 मे ग्राम पंचायत बैनोली के समाज सेवी गढ़लोक संरक्षक समिति के घनश्याम प्रसाद नौटियाल, वन सरपंच आदित्य राम सेमवाल ने प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल को इस संबन्ध मे एक पत्र भेजा, पत्र मे बैनोली के ग्रामीणों ने अपनी खेती को जंगली सूअरो व अन्य जानवरो से नुकसान से बचाव हेतू सुरक्षा बाड़/घेबाड़ लगाने का आग्रह किया था ताकि जंगली जानवरों से काश्तकार खेतो फसल, आलू आदि को बचा सके।
पत्र का संज्ञान लेते और ग्रामीणो की समस्या को मध्यनजर रखते हुए वन मंत्री ने इस बावत प्रभागीय वनाधिकारी रूद्रप्रयाग को सरपंच द्वारा भेजे गये पत्र पर आदेश कर बैनोली गाँव मे काश्तकारों के खेतो की सुरक्षा के लिए वन विभाग के माध्यम से गांव मे घेरबाड़ करने के आदेश किये लेकिन 9 माह बीत जाने के बावजूद भी वन विभाग ने घेरबाड़ तो दूर की बात गांव मे झाँकने तक नही आये, वही बैनौली के पूर्व प्रधान बीर सिह रावत, पूर्व प्रधान सूर्य प्रकाश नौटियाल, भगवती प्रसाद, मुकेश सेमवाल, हरीश प्रसाद सेमवाल, उपप्रधान सुबोध का कहना है कि हर रोज जंगली जानवरो का झुंड ग्रामीणों की खड़ी फसलो मे नुकसान पहुँचा रहे है और वन विभाग वन मंत्री के आदेशो को ठेंगा दिखा दिखा है।