हर वर्ष 40 हजार नकली किताबें बाजार में खपाने वाला माफिया अरेस्ट।
नकली किताब को छापकर बाजार में खपाने वाला माफिया को पुलिस ने दबिश देकर किया गिरप्तार।
बरेली- खाने पीने की चीजों में मिलावट होती है ये सबको पता है पर किताबों में भी मिलावट हो सकती ये किसी को पता नही था इसी चीज का फायदा उठाकर बच्चों को शिक्षित करने के लिए नकली संस्करण छापकर बाजार में खपाया जा रहा था।
एनसीआरटी की किताबों के नकली संस्करण जो कि आधे दर्जन से अधिक जनपदों मेंकिताबों को खपाया गया था। नकली किताब माफिया को पुलिस द्वारा दबिश देकर गिरप्तार कर मेरठ के टीपी नगर थाने में पूछताछ की गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण द्वारा बताया गया कि शनिवार देर रात टीपी नगर थाना क्षेत्र में छापामार कार्यवाही करके नकली किताब माफिया सचिन गुप्ता को गिरप्तार कर लिया जो कि एक पूर्व विधायक का करीबी बताया जा रहा है।
एक माह पहले बरेली के भोजीपुरा क्षेत्र में पुलिस द्वारा नकली किताब में फैक्ट्री मिली थी। जबकि दो साल पहले भी मेरठ में 450000000 रुपये की नकली किताबों का जखीरा बरामद किया गया था। शिक्षा जो कि देश का भविष्य निर्धारित करता है ओर शिक्षा के साथ ऐसे भद्दा मजाक करना देश द्रोही कार्य है।
नकली किताब के मामले में सचिन गुप्ता और संजीव गुप्ता जो कि अपनी गिरप्तारी से बचने के लिए कोर्ट से स्टे ले आये थे ओर भूमिगत होकर रह रहे थे। शनिवार की देर रात हापुड़, बरेली ओर मेरठ में पुलिस ने दबिश देकर मेरठ से सचिन गुप्ता को गिरप्तार कर लिया।