रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
पालाकुराली मे विकास कार्यों के प्रति गाँववासी जनप्रतिनिधियों व शासन प्रशासन के प्रति जता रहे है भारी आक्रोश।
ग्राम पंचायत प्रधान ने आम बैठक बुला कर ग्रामीणों के साथ की चर्चा।
समस्त ग्रामीणों ने एक स्वर मे कहा 2024 मे होने वाले त्रिस्तरीय व लोक सभा चुनाव का दम खम के साथ किया जायेगा बहिष्कार।
जखोली-विकासखंड जखोली के अन्तर्गत ग्राम पंचायत पालाकुराली मे 07 मार्च को ग्राम प्रधान श्रीमती कमला देवी राणा की अध्यक्षता मे एक आम बैठक का आयोजन किया।
बैठक मे उपस्थित ग्रामीणों के द्वारा गाँव मे कुछ कार्यो को लेकर चर्चा की गयी, जिसमे कि -
1- बैठक के दोरान ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत पालाकुराली मे मे 70% आबादी आज भी सड़क सुविधा से वंचित है,नेताओं के झूठे वायदो से जनता परेशान है,कई क्षेत्रीय विधायक से भी गाँव को मोटर मार्ग से जोड़े जाने से समन्धित प्रस्ताव ग्राम पंचायत के द्वारा दिया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही,जबकि आज भी पालाकुराली के कई परिवार ऐसे है जो कि मोटर मार्ग काफी दूर बसे है, हालांकि पालाकुराली तक सड़क तो जाती है, लेकिन सड़क गांव के बीच न होकर बस्ती से कुछ दूरी पर स्थित है जिससे कि लोगो को लगभग एक किलोमीटर से भी अधिक पैदल चलकर ही जाना पड़ता है।
2- राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पालाकुराली के प्रागंण का पुस्ता विगत तीन बर्षो से क्षतिग्रस्त पड़ा है जिस कारण से विद्यालय मे छात्र-छात्राओं को पठन पाठन मे ब्यवधान पैदा हो रहा है,इस पर भी ग्रामीणों का कहना है कि इस सम्बन्ध में हमारी ग्राम पंचायत द्वारा कई बार माननीय विधायक को लिखित व मौखिक रूप से बताया गया लेकिन आज शिक्षा विभाग के अधिकारियों तक अवगत कराया गया लेकिन किसी ने भी जनता की एक न सुनी जिस कारण से पालाकुराली की जनता मे भारी आक्रोश फैला है।
ग्राम प्रधान श्रीमती कमला देवी ने कहा कि नेता चुनाव के समय गाँवो मे आते हैं और विकास के बड़े बड़े दावे करते है, और मतलब निकलने पर अपने किये वायदो को भूल जाते है, और भोली भाली जनता पाँच साल कब गुजर गये देखती रह जाती है।
इसलिए पालाकुराली की जनता ने बर्ष 2024 मे होने वाले लोक सभा चुनाव से लेकर और ग्राम पंचायत तक के चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।इस मौके पर जयेन्द्र पूर्व प्रधान रजनी देवी राणा, सुरेश राणा, जगदीश सिह, मेहताब सिह, धनबीर सिह, रविन्द्र सिह, कमली देवी, बुधा देवी, आशा देवी, पुष्पा देवी, दर्शनी देवी, सोहन सिह राणा, बलदेब सिह राणा, राकेश सिह, सुरज सिह, भगवान सिह सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।