प्रभात पुरोहित/संवाद सहयोगी चमोली गढ़वाल।
स्वास्थ्य सुविधा की पहुँच अंतिम व्यक्ति तक हो का प्रयास स्वास्थ्य विभाग चमोली द्वारा।
दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को शिविरों के माध्यम से पहुंच बनाने का बेहतरीन कार्य।
उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्र भौगोलिक विषमताओं के कारण मूलभूत सुविधाओं जिसमें स्वास्थ्य और शिक्षा मुख्य है का अभाव पलायन के सबसे बड़े कारणों में मुख्य है। उम्मीद पर टिके पहाड़ की आस को बांधने का प्रयास समय समय सरकारों द्वारा किया जाता रहा पर यह प्रयास ऊंठ के मुहँ में जीरा साबित हुए।
स्वास्थ्य सुविधाओं की सबसे बड़ी कमी दूरस्थ क्षेत्र के लोग झेलते हैं जिनकी पहुँच सस्ता और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाओं तक नही हो पा रही थी के लिए जनपद चमोली के स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्राम मटई में स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से 410 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
पहाड़ी जनपदों में इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का रोस्टर बनाकर आयोजन किया जाना आवश्यक है क्योंकि अस्पताल की दूरी ओर पहुंच के साधनों का सीमित होने के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दूरस्थ क्षेत्र के लोगों तक नही पहुंचता है।
प्रशासन को चाहिए किं जो क्षेत्र दूरस्थ हैं उनके लिए रोस्टर बनाकर तथा अन्य विभागों से समन्वय स्थापित करके उनके समम समय पर इस तरह के स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करवाया जाए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजीव शर्मा, विशिष्ट अतिथि नन्दा नगर विकासखण्ड प्रमुख श्रीमती भारती देवी, नायब तहसीलदार नन्दा नगर, एडीओ समाजकल्याण, ग्राम प्रधान सेमा श्रीमती उमा देवी, ग्राम प्रधान पगना श्रीमती दीपा देवी, ग्राम प्रधान बेरों श्रीमती रमा देवी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य मटई श्रीमती सरोजनी देवी,
श्री दिलवर राणा, श्री भास्करानन्द पुरोहित, सरपंच मटई श्री सुरेंद्र सिंह राणा आदि की उपस्थिति रही।


