रामरतन पवांर/गढ़वाल ब्यूरो
जखोली मेले मे नही पहुंचे कोई जिलास्तरीय अधिकारी, ना तो पहुंचे जिलाधिकारी और ना ही कृर्षि अधिकारी व जिला उद्यान अधिकारी।
पाँच दिवसीय कृर्षि औधानिक एवं पर्यटन विकास मेले मे लगे विभिन्न विभागो के लगे स्टालो पर जनता ने उठाये गम्भीर सवाल।
शासन को अधिकारियों की इस लापरवाही को लेना चहिए गम्भीरता से- अर्जुन गहवार।
विकासखंड जखोली मे पाँच दिन से चल रहा कृर्षि औद्योगिक एवं पर्यटन मेला 2 नवंबर को सैकड़ो दर्शकों की उपस्थिति मे शान्तिपूर्ण ढंग से समाप्त हो चुका है। लेकिन मेले मे विभिन्न विभागों की और से जो स्टाल लगाये गये थे उन स्टाल से जनप्रतिनिधियों व मेले मे उपस्थित जनता ने भारी आक्रोश जताया है।जनप्रतिनिधियों व तमाम जनता का कहना है कि मेले मे लगे स्टालो मे जनता को कोई लाभ नही मिला, किसी कई स्टाल ऐसे
भी थे जिनमे अधिकारी, कर्मचारी मौजूद नही थे तो फिर लोग अपनी समस्या व अपने जरूरी दस्तावेज कैसे बना पाते।सबसे बड़ी बात ये है कि इन पाँच दिनो के अन्तर्गत मेले मे शिक्षा विभाग के स्टाल पर एक भी अधिकारी-कर्मचारी तैनात नही थे। जिन विधालयो से अनेक छात्र शिक्षा ग्रहण करके आई एस पीसीएस, डाक्टर, इन्जीनियर, आदि बनकर जाते है अगर ऐसे विभाग के स्टाल पर एक भी कर्मचारी मौजूद न हो तो फिर इससे बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण बात विकासखंड जखोली के लिए और क्या हो सकती है।आखिर इसका मुख्य कारण क्या हो सकता है।
वही उद्योग विभाग के स्टाल पर भी जनता द्वारा सवालिया निशान उठ रहे है जिस स्टाल पर बेरोजगारों को अपने आजिविका उपार्जन जानकारी हासिल करनी होती थी आज वही विभाग बेरोजगारों की जिन्दगी को नरक मे धकेलने का काम कर रहा है।
जब स्टालो से समन्धित बात हमने जनता बात की तो जनता से जबाब मिला कि जिन स्टालो के माध्यम से सरकार के कामकाजो का प्रचार-प्रसार होना था उस कार्यक्लापो पर जनपद रुद्रप्रयाग के अधिकारी पलीता लगा रहे है।
ब्लाक प्रमुख प्रदीप प्रसाद थपलियाल,पीसीसी सदस्य व पूर्व जेष्ठ प्रमुख अर्जुन सिह गहरवार, ने कहा कि विकासखंड जखोली मे इस पाँच दिवसीय मेला जो कि कृर्षी क्षेत्र मे अपनी पहचान रखता किसानों की जरुरतों को पूरा करता ऐसे कृर्षि औधानिक मेले मे जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग ने आना भी मुनासिब नही समझा
अगर कोई व्यक्ति अपनी समस्या अगर रखता तो किसके पास रखते।वही कृर्षि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी जिस विभाग के नाम से मेला लगाया जाता है उन अधिकारियों ने जखोली मेले मे दर्शन तक नही दिये, जिससे कि ऐसा प्रतीत होता है कि मानो रूद्रप्रयाग जिले ये विभाग हैं ही नही जिससे साफ जाहिर होता है कि जिले मे बैठे सभी अधिकारी निरंकुश हो चुके है ऐसे प्रशासन पर नकेल कसने की सक्त जरुरत है।