रामरतन सिह पवांर/गढ़वाल ब्यूरो।
जिलापंचायत अध्यक्ष रूद्रप्रयाग की कुर्सी पर मडराने लगे खतरे के बादल।
अध्यक्ष के खिलाफ 16 जिलापंचायत सदस्यों ने जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को सौंपा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव।
रुद्रप्रयाग-रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर एक बार फिर से खतरे के बादल मडराने लगे हैं जिलापंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के खिलाफ 16 जिलापंचायत सदस्यों के द्वारा जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को शपथपत्र के साथ अविश्वास पत्र सौंपा गया । अपने अविश्वास प्रस्ताव मे इन जिलापंचायत सदस्यों ने जिलापंचायत अध्यक्ष पर जिलापंचायत रूद्रप्रयाग के अन्तर्गत मनमाने तरीके से सदन व बोर्ड को बिना विश्वास मे लिए नियम विरुद्ध कार्य करवाये जाने तथा जिलापंचायत मे नियमित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को सेवा से हटाये जाना व पुनः उनकी सेवा बहाल करना जो कि नियम का सीधा उल्लंघन माना जाता है का आरोप लगाया है।।
जिलापंचायत सदस्यों ने चार धाम यात्र व्यवस्था मे घोड़े खच्चरों की गद्दी के कार्य का सदन मे अनुमोदन किया जाना था अध्यक्ष के द्वारा वो कार्य भी बिना निविदाएं किये करवाया गया। साथ ही सदस्यों ने राजकीय वाहन को जिलापंचायत अध्यक्ष द्वारा अपने निजी किर्यो के उपयोग मे लाने का भी आरोप लगाया है।
आपको बता दे कि वैसे तो जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाना रूद्रप्रयाग मे कोई पहली बार की बात नही है बता दे कि इससे पूर्व भी जिलापंचायत की सीट पर विराजमान अध्यक्ष गंगाधर नौटियाल के खिलाफ जिला पंचायत सदस्यों के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था व उनको इस प्रस्ताव का कोपभाजन होना पड़ा जिसके चलते जिसके चलते उनको जिलापंचायत अध्यक्ष की कुर्सी गवाँनी पड़ी थी। वही चण्डीप्रसाद भट्ट के खिलाफ भी सदस्यों के द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था लेकिन भट्ट ने किसी तरह अपनी जिलापंचायत अध्यक्ष की सीट को बचाने मे कामयाबी हासिल कर ली थी।
लेकिन इस बार जिलापंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के खिलाफ बवीता देबी, गणेश तिवारी, विनोद सिह, रेखा देवी, मंजू देवी, कुसुम देवी, ज्योति देवी, सुमन सिह, सुमन्त तिवारी, गणेश तिवारी, कुलदीप सिह, भूपेन्द्र लाल, नरेन्द्र सिह, शीला देवी, सविता देवी, रीना देवी व सुनीता देवी सहित इन 16 जिलापंचायत सदस्यों ने जिलाधिकारी को अविश्वास प्रस्ताव सौपां जिसकी एक एक प्रति आयुक्त गढ़वाल मंडल, निदेशक पंचायत राज निदेशालय देहरादून व सचिव पंचायत राज देहरादून को भी दी गयी।