क्या भाजपा उत्तराखंड में दोहरा सकती है 2017 का इतिहास-
हिमालय की आवाज न्यूज पोर्टल के इस सोशियल मीडिया सर्वे में भाग लेकर अपनी राय दीजिये ।
उत्तराखंड सामान्य विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 14 फरवरी 2022 को मतदान हो गया है। मतगणना के लिए 03 दिन का समय शेष है। मतगणना का समय नजदीक आने पर सभी दलों व निर्दलीय प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गयी हैं। उत्तराखंड गठन के बाद से पहली बार 2002 से 2017 तक मतदाताओं का रुझान देखें तो बहुत कुछ स्पष्ट हो जाता है कि उत्तराखंड के मतदाता दल विशेष को न देखकर अपना मतदान करते हैं।
2017 में गढ़वाल में बीजेपी का वोट शेयर सबसे ज्यादा था, BJP का वोट शेयर 46.41 प्रतिशत, कांग्रेस का 31.62 प्रतिशत था। अन्य के हिस्से में 21.97 प्रतिशत वोट आए थे।
अब सबसे बड़ा सवाल है कि उत्तराखंड में किसकी होगी जीत ?
उत्तराखंड (Uttarakhand) को दो मण्डल गढ़वाल और कुमाऊं में बांटा गया है। कुछ रीति-रिवाज और भाषाएं थोड़ी भिन्न हैं पर सांस्कृतिक रूप से गढ़वाल व कुमाऊं मण्डल लगभग समान हैं। उत्तराखंड के 7 जनपद गढ़वाल मंडल के और 6 जनपद कुमाऊं मंडल के अंतर्गत आते हैं। पिछले 21 सालों में उत्तराखंड में अब तक2002 से 2017 तक 4 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा था पहाड़ से लेकर मैदान तक राज्य के लगभग 81 प्रतिशत से ज्यादा हिस्से में कमल खिला था। उत्तराखंड की 70 विधानसभा में से 57 सीटें बीजेपी के पक्ष में और विपक्षी दल 11 के आंकड़े पर सिमट गए थे व दो सीटें निर्दलीयों के खाते में गईं थी जो बीजेपी का हिस्सा बन चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में गढ़वाल मंडल की 41 सीटों में से 34 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की. इसी तरह कुमाऊं मंडल में भी पार्टी का दबदबा रहा और वहां की 29 में से 23 सीटों पर उसने परचम फहराया।
उत्तराखंड राज्य गठन के बाद पहली बार वर्ष 2002 में हुए पहली विधानसभा के चुनाव में बीजेपी को 19 सीटें ही मिली थी। जिसमें मैदानी क्षेत्र से सात सीटें व पर्वतीय क्षेत्र से नौ हासिल हुईं थी, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित तीन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी विजयी रही।
वर्ष 2002 कांग्रेस ने 26.1% मत लेकर जीत हासिल की थी। तीसरी विधानसभा को देखें तो वर्ष 2012 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी तब पार्टी 31 सीटें जीतने में ही कामयाब हो पाई जो कि दुबारा सत्ता में आने के लिए पूर्ण बहुमत के जादुई आंकड़े के करीब आकर अटक गई।
इस बार 2022 के चुनाव में मतदाताओं ने किसके पक्ष में अधिक मतदान किया है यह देखने 10 मार्च 2022 को मतगणना के बाद सुनिश्चित हो पायेगा कि क्या भारतीय जनता पार्टी अपना प्रदर्शन 2017 की तरह बरकार रख पाती है या कांग्रेस पार्टी अपने पिछले प्रदर्शन में सुधार करेगी।
हिमालय की आवाज न्यूज पोर्टल द्वारा किये जा रहे इस सर्वे में भाग लेकर जानिए किस पार्टी की सरकार उत्तराखंड में बन सकती है।
सर्वे के नियम-
1- सर्वे में एक व्यक्ति एक ही बार वोट देकर अपनी राय दे पायेगा।
2- सर्वे 07 मार्च 06 :30 प्रातः से 09 मार्च 2022 सायंकाल 06 :00 तक चलेगा।
3- सर्वे में अपनी राय देने के लिए अपनी पसंदीदा पार्टी के नाम और चुनाव निशान सलेक्ट कर काला निशान के वोट बटन पर क्लिक करें।