रामरतन पंवार/गढ़वाल
पार्टी विरोधी गतिविधि ओर अनुशासनहीनता के चलते रुद्रप्रयाग विधानसभा के 5 लोग 6 साल के कांग्रेस पार्टी द्वारा निष्कासित किये गए।
उत्तराखण्ड सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों ने चाहे वह किसी दल से हों या निर्दलीय सबने चुनावी मैदान में ताल ठोक दी है।
टिकट की दौड़ में असफल ओर असंतुष्ट उमीदवारों के द्वारा रुद्रप्रयाग विधानसभा में तीसरे मोर्चे के गठन करके कांग्रेस पार्टी के लिए असहजता की स्थिति बना दी थी जिससे कि कांग्रेस पार्टी को इन सदस्यों को पार्टी से बाहर न करना भी मतदाताओं के मन मे अनेक सवालों को पनपा रहा था जिससे प्रत्यक्ष रूप से कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो रहा था।
इसी क्रम में आज उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी द्वारा एक अहम निर्णय लिया गया और विधानसभा चुनाव में पार्टी के अनुशासन में न रहकर पार्टी को असहज स्थिति में करने वाले पांच लोगों को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर लिया है।
यह कार्यवाही प्रदेश कांग्रेस कमेटी व जिला कांग्रेस कमेटी रुद्रप्रयाग के साथ भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से नियुक्त विधानसभा पर्यवेक्षक तिलकराज शर्मा की अनुशंसा पर किया गया।
अनुशासन में न रहने के कारण प्रदेश महामंत्री लक्ष्मी राणा, प्रदेश सचिव अंकुर रौथाण, प्रदेश सचिव राजीव कण्डारी, पूर्व प्रत्याशी ठाकुर गजेंद्र पंवार एवं पूर्व जिलाध्यक्ष जसपाल लाल को पार्टी विरोधी गतिविधि व पार्टी के लिए असहजता की स्थिति बनाने के चलते 6 साल के लिए निष्काषित किया है।
अब देखना यह है कि पार्टी से निष्काषित सदस्य क्या रणनीति बनाते हैं और कांग्रेस पार्टी कब इन्हें वापस लेती है या ये लोग किसी दूसरे दल को अपनाते हैं।