UKD ने जनमुद्दों को लेकर सरकार को घेरा

उत्तराखंड क्रांति दल और जनमुद्दों पर चर्चा
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उत्तराखंड क्रांति दल ने जनमुद्दों को लेकर सरकार को घेरा, पत्रकारों का किया सम्मान।

वन्य जीवों का आतंक: केवल मुआवजे से समाधान नहीं, राशन कार्ड KYC और पलायन का विरोधाभास।

तिलवाड़ा (रुद्रप्रयाग): उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) ने बुधवार को होटल इंद्रलोक, तिलवाड़ा स्थित अपने कार्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता का आयोजन किया। इस दौरान दल ने जनपद रुद्रप्रयाग की ज्वलंत समस्याओं को जिलाध्यक्ष सूरत सिंह झींकवाण, केंद्रीय महामंत्री देवेंद्र चमोली, ओर केंद्रीय संगठन महामंत्री विष्णुकांत शुक्ला ने प्रमुखता से उठाते हुए सरकार और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर कड़े सवाल खड़े किए। प्रेसवार्ता से पूर्व दल द्वारा क्षेत्र के पत्रकारों के लिए एक 'पत्रकार सम्मान समारोह' भी आयोजित किया गया।

खस्ताहाल सड़कें और अधर में लटके मिसिंग लिंक

यूकेडी वक्ताओं ने कहा कि 2013 की भीषण आपदा के समय जो मयाली-गुप्तकाशी मोटरमार्ग क्षेत्र की जीवन रेखा साबित हुआ था, आज उसकी स्थिति अत्यंत दयनीय है। सड़क की बदहाली और कई महत्वपूर्ण 'मिसिंग लिंक' के न जुड़ने के कारण स्थानीय जनता को समय, धन और मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है। दल ने सरकार से मांग की कि इन मार्गों का सुधारीकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।

वन्य जीवों का आतंक: केवल मुआवजे से समाधान नहीं

पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार और भालुओं के बढ़ते हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए उक्रांद नेताओं ने कहा कि रुद्रप्रयाग सहित पूरा उत्तराखंड इस समय गंभीर संकट में है। इस वर्ष जिले में अब तक 4 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वक्ताओं ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वन विभाग और सरकार के पास इसका कोई ठोस समाधान नहीं है। केवल मुआवजा राशि बढ़ा देना समस्या का हल नहीं है; इसके लिए धरातल पर ठोस नीति बनाने की आवश्यकता है।

पेयजल संकट और धन का दुरुपयोग

वसुकेदार क्षेत्र में पानी के टैंकरों से की जा रही जलापूर्ति को दल ने धन की बर्बादी बताया। यूकेडी का तर्क है कि टैंकरों पर जितना पैसा खर्च किया जा रहा है, उतने में स्थायी पेयजल लाइनों की मरम्मत की जा सकती थी। उन्होंने इसे सरकारी धन का सरासर दुरुपयोग करार दिया।

राशन कार्ड KYC और पलायन का विरोधाभास

राशन कार्डों के लिए अनिवार्य की गई KYC प्रक्रिया पर भी दल ने सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार पलायन रोकने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर रोजगार के लिए बाहर गए युवाओं को मात्र कुछ किलो राशन की KYC के लिए घर बुलाना तर्कसंगत नहीं है। प्राइवेट नौकरी छोड़कर घर आना युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा।

अगस्त्यमुनि मैदान विवाद पर स्पष्ट रुख

गस्त्यमुनि मैदान को लेकर प्रशासन और जनता के बीच चल रहे गतिरोध पर उक्रांद ने कहा कि यह आपसी सामंजस्य की कमी का परिणाम है। मैदान का पौराणिक और खेल की दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। दल ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन स्थानीय लोगों के साथ राय-मशविरा कर सर्वसहमति बनाता है, तो उत्तराखंड क्रांति दल अपना पूर्ण समर्थन देगा।

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