सरकार जनता के द्वार” कार्यक्रम में 16 शिकायतें दर्ज, 06 का मौके पर ही निस्तारण।
ग्रामीणों की समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई का आश्वासन।
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड सरकार की जनहितैषी पहल “सरकार जनता के द्वार” के तहत आज विकासखंड अगस्त्यमुनि की ग्राम पंचायत बावई में जनसंवाद एवं जनता दरबार का सफल आयोजन किया गया। उप प्रभागीय वनाधिकारी (एसडीओ) रुद्रप्रयाग देवेंद्र सिंह पुंडीर, जिला सूचना अधिकारी वीरेश्वर तोमर और जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ. दीपा तिलारा की संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में अधिकारियों ने दूरस्थ क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और उनके त्वरित समाधान पर जोर दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत में जिला सूचना अधिकारी वीरेश्वर तोमर ने उपस्थित सभी लोगों को संविधान दिवस के उपलक्ष्य में भारतीय संविधान की उद्देशिका का वाचन कराया और संविधान की शपथ दिलाई। जनता दरबार में ग्रामीणों ने कुल 16 शिकायतें दर्ज कराईं, जिनमें से 06 समस्याओं का निस्तारण अधिकारियों द्वारा मौके पर ही कर दिया गया। शेष समस्याओं को आवश्यक कार्यवाही हेतु संबंधित विभागों को अग्रसारित किया गया है।
ग्रामीणों ने मुख्य रूप से जंगली जानवरों (बंदरों, लंगूरों, सुअरों) के आतंक से खेती और जान-माल को हो रहे नुकसान की समस्या उठाई। इस पर उप प्रभागीय वनाधिकारी देवेंद्र सिंह पुंडीर ने ग्रामीणों को एक सप्ताह के भीतर क्षेत्र में बंदर पकड़ने हेतु टीम भेजने का ठोस आश्वासन दिया। इसके अलावा, ग्रामीणों ने राजकीय इंटर कॉलेज बावई में कला वर्ग की शुरुआत, पेयजल आपूर्ति के लिए नए टैंक का निर्माण, क्षतिग्रस्त मिलन केंद्रों का नवीनीकरण, सिद्धपीठ मोहल्ला को मोटर मार्ग से जोड़ने और चोपता-तिलवाड़ा सड़क पर क्षतिग्रस्त पुश्तों की मरम्मत जैसी प्रमुख मांगें रखीं। ग्रामीण गुमान सिंह चौहान ने गोगना में लंबे समय से क्षतिग्रस्त पुश्ते के पुनर्निर्माण की मांग की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उप प्रभागीय वनाधिकारी पुंडीर ने दोहराया कि मा. मुख्यमंत्री की परिकल्पना और जिलाधिकारी प्रतीक जैन के निर्देशानुसार ऐसे जनता दरबार का मुख्य उद्देश्य दूरस्थ क्षेत्रों में जाकर जनता की समस्याओं को सुनना और त्वरित निस्तारण करना है। उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन जनहित से जुड़ी सभी समस्याओं के समाधान के लिए हमेशा तत्पर है। इस मौके पर ग्राम प्रधान शालिनी देवी, पूर्व प्रधान देवेश्वरी राणा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।


