छेनागाड़ आपदा: सात शव बरामद, एक की शिनाख्त; लापता दो की तलाश जारी।
रुद्रप्रयाग। जनपद रुद्रप्रयाग के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के छेनागाड़ में 28-29 अगस्त, 2025 की रात आई भीषण दैवीय आपदा (बादल फटने की घटना) में लापता हुए नौ (09) व्यक्तियों में से अब तक कुल सात (07) व्यक्तियों के शव/अवशेष बरामद किए जा चुके हैं। प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ और डी.डी.आर.एफ. की टीमें घटना के बाद से ही दुर्गम परिस्थितियों में लगातार सर्च एवं रेस्क्यू अभियान चला रही हैं।
पुराना घटनाक्रम और सर्च अभियान की शुरुआत
दिनांक 28-29 अगस्त, 2025 की रात को छेनागाड़ में अतिवृष्टि के कारण बादल फटने की घटना हुई थी, जिसमें चार नेपाली मूल के व्यक्तियों सहित नौ (09) लोग लापता हो गए थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए, जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, डी.डी.आर.एफ. और अन्य संबंधित एजेंसियां तत्काल राहत एवं बचाव कार्य में जुट गईं। आपदा क्षेत्र की दुर्गम भौगोलिक स्थिति और मलबे की विशाल मात्रा के बावजूद, टीमों ने लगातार अथक प्रयास किए।
ताज़ा घटनाक्रम: 24 और 25 अक्टूबर को सात शव बरामद
प्रशासन के सतत प्रयासों के फलस्वरूप, हाल ही में सर्च ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है:
24 अक्टूबर, 2025: पीडब्ल्यूडी ऊखीमठ के कार्मिकों ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में दो शव दिखाई देने की सूचना प्रशासन को दी। सूचना मिलते ही डी.डी.आर.एफ. टीम बसुकेदार तत्काल मौके पर पहुंची और दोनों शवों को बरामद कर पुलिस के सुपुर्द किया गया।
25 अक्टूबर, 2025: अगले दिन चलाए गए सघन सर्च अभियान के दौरान, पांच (05) अन्य शव/अवशेष बरामद किए गए।
इन दो दिनों के अभियान के बाद अब तक कुल सात (07) व्यक्तियों के शव/अवशेष बरामद हो चुके हैं।
शिनाख्त और कानूनी कार्यवाही
बरामद सात शवों में से एक व्यक्ति की पहचान हो चुकी है। मृतक की पहचान कुलदीप सिंह नेगी, पुत्र बीरबल सिंह नेगी, निवासी ग्राम उछोला (भोर), थाना गुप्तकाशी, जनपद रुद्रप्रयाग, आयु 25 वर्ष, व्यवसाय वन श्रमिक, के रूप में उनके परिजनों द्वारा की गई है।
शेष बरामद शवों की शिनाख्त प्रक्रिया जारी है। जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा आवश्यक पंचनामा भरने और अग्रिम कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
प्रशासनिक प्रयास एवं चुनौतियाँ
प्रारंभ से ही आपदा प्रभावित क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सर्च एवं रेस्क्यू अभियान संचालित किया जा रहा है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों और गहरे मलबे ने खोजबीन को चुनौतीपूर्ण बना दिया था। प्रशासन ने बड़े बोल्डरों को हटाने और सर्च कार्य को गति देने के लिए ब्लास्टिंग का भी सहारा लिया।
जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, डी.डी.आर.एफ. एवं स्थानीय विभागों की टीमें लगातार क्षेत्र में डटी हुई हैं ताकि सभी लापता व्यक्तियों के अवशेषों की खोज एवं पहचान सुनिश्चित की जा सके।
प्रशासन ने संवेदना व्यक्त की
जिला प्रशासन ने आपदा में जान गंवाने वाले मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि प्रत्येक लापता व्यक्ति की खोज एवं पहचान की प्रक्रिया शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण की जा सके। अब लापता बचे दो (02) व्यक्तियों की तलाश के लिए सर्च अभियान लगातार जारी रहेगा।


