हिमालय की आवाज़/
प्राथमिक विद्यालय कोठियाड़ा में श्री कुलदीपक खत्री का भव्य विदाई समारोह।
ढोल दमाऊं की थाप के साथ शिक्षक को ग्रामवासियों ने दी विदाई।
जीवन जीने का आधार नैतिक मूल्यों के साथ साथ संस्कार और विषय का ज्ञान होना है जिसे एक अच्छा शिक्षक ही दे सकता है। जीवन में प्रथम गुरु माँ को कहा गया है जो नैतिक जिम्मेदारियों और अच्छे संस्कारों के साथ साथ दुनिया में किस तरह से जीना है का ज्ञान देती है। उसके बाद विद्यालयी शिक्षक जो अक्षर ज्ञान के साथ साथ समाज में अपना स्थान सर्वोत्तम कैसे बनाएं के लिए विद्यार्जन का भार उठाते हुए अपने शिष्य को अपने से बड़े पद पर देखना चाहता है। मानव स्वभाव में माँ और पिताजी के अलावा एक शिक्षक ही ऐसे हैं जो अपने पाल्य और शिष्य को अपने से बड़े पद पर देखना चाहते हैं।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोठियाड़ा लस्या में 13 माह पूर्व नियुक्त हुए शिक्षक श्री कुलदीपक सिंह खत्री के द्वारा अपने व्यवहार और कार्यकुशलता तथा पठन पाठन के प्रति समर्पित भाव से कार्य करने के कारण प्राथमिक विद्यालय के बच्चे किसी अच्छे शैक्षणिक संस्थान के बच्चों से आगे निकलने की क्षमता के बने। शिक्षक का अपने बच्चों के साथ इस तरह से व्यवहार होना की चटाई पर बैठकर बच्चों के बीच बैठकर पठन पाठन कार्य को करवाना बहुत अच्छा उदाहरण बना जिससे की बच्चों में सीखने की लालसा बढ़ी और परिणामस्वरूप बच्चों का शैक्षणिक स्तर बढ़ा जो की स्वस्थ समाज के लिए आवश्यक भी है।
शिक्षक कुलदीपक के विदाई समारोह में क्षेत्रपंचायत सदस्य श्री ज्ञान प्रकाश कोठारी के द्वारा कहा कि शिक्षक खत्री जी द्वारा हमारे क्षेत्र में जो योगदान निष्काम भाव से दिया उसके हम सदैव ऋणी रहेंगे।
श्री कुलदीपक खत्री द्वारा कहा गया कि समस्या का समाधान समस्या की जड़ होती है और बच्चों में झेंप का होना उनकी शैक्षणिक गतिविधि को प्रभावित करता है जिसे मिटाना शिक्षक का दायित्व है। बच्चे आजकल शोशियल मिडिया या ऑनलाइन गेम को मोबाईल में अधिक देख रहें हैं जिससे बच्चे स्वयं कोई निर्णय लेने लायक नहीं बन रहे बल्कि उनका निर्णय ऑनलाइन देखे जा रहे मोबाईल के द्वारा उनकी मानसिकता को उनके द्वारा खोजे गए विषय वस्तु के द्वारा तय की जा रही है जो की समाज के लिए और स्वयं उस बच्चे के लिए कोई अच्छा नहीं हैं इसे अभिभावकों के द्वारा नियंत्रित किया जाना आवश्यक है।
विदाई समारोह पर ग्रामीणों के द्वारा शिक्षक को माल्यापर्ण ,उपहार व शॉल भेंट करके ढोल दमाऊं की थाप के साथ भव्य विदाई समारोह आयोजन किया जाना शिक्षक की कार्यकुशलता और बच्चों के शैक्षिक समाजिक व नैतिक व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन की झलक से स्पष्ट होता है कि श्री कुलदीपक सिंह खत्री की स्वीकार्यता गावं में कितनी थी।
इस अवसर पर विद्यालय की अभिभावक समिति की अध्यक्ष श्रीमती पूजा कोठारी, श्री उम्मीद सिंह राणा, श्री प्रदीप प्रसाद भट्ट, श्री योगेश कोठरी, श्री विनोद कोठरी, श्री राजेंद्र प्रसाद मंमगाईं, श्री पवन सिंह राणा, श्री दीपक सिंह राणा , श्रीमती आशा भट्ट, श्रीमती दीपा देवी, श्रीमती सीता देवी,कुमारी पूजा आदि उपस्थित रहे।